Edited By Ramanjot, Updated: 02 Mar, 2025 12:41 PM
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Bihar News:पीएचईडी विभाग ने शनिवार को बताया कि यह कार्रवाई उन अधिकारियों के खिलाफ की गई है, जिनका प्रदर्शन राज्यव्यापी निरीक्षण अभियानों के दौरान लगातार असंतोषजनक पाया गया। मुख्य सचिव के निर्देश के अनुसार 21 फरवरी 2025 और 21-22 नवंबर को जिला प्रशासन...
Bihar News: बिहार सरकार (Bihar Government) की महत्त्वाकांक्षी ‘हर घर नल का जल' योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण (PHED) विभाग ने कड़ा रुख इख्तियार करते हुए चार कार्यपालक अभियंताओं (Executive Engineers) का स्थानांतरण (Transfer) किया तथा दो को निलंबित (Suspended) कर दिया है।
पीएचईडी विभाग ने शनिवार को बताया कि यह कार्रवाई उन अधिकारियों के खिलाफ की गई है, जिनका प्रदर्शन राज्यव्यापी निरीक्षण अभियानों के दौरान लगातार असंतोषजनक पाया गया। मुख्य सचिव के निर्देश के अनुसार 21 फरवरी 2025 और 21-22 नवंबर को जिला प्रशासन द्वारा ‘पेयजल ऐप' के माध्यम से जलापूर्ति योजनाओं की व्यापक जांच कराई गई थी। विभाग की ओर से हाल ही में संपन्न राज्यव्यापी अभियान के तहत 22 हजार 800 से अधिक योजनाओं का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 21 हजार 43 योजनाएं चालू पाई गईं। साथ ही 1500 से अधिक योजनाओं को 48 घंटे के भीतर मरम्मत कर सुचारू रूप से चालू करवा दिया गया, जिससे कुल 97 प्रतिशत योजनाएं कार्यरत हो गईं।
"किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं"
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने स्पष्ट किया कि जलापूर्ति योजनाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘विभाग‘हर घर नल का जल' योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वाले संवेदकों और पदाधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस कारर्वाई के तहत किशनगंज, झंझारपुर, बांका और सीवान के कार्यपालक अभियंता को स्थानांतरित कर दिया गया है।''