"पूर्ण शराबबंदी के बाद बिहार में अमन-चैन का माहौल हुआ कायम", JDU ने कहा- लोग खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे

Edited By Swati Sharma, Updated: 26 Nov, 2024 05:10 PM

after the liquor ban an atmosphere of peace was established in bihar  jdu

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने आज कहा कि वर्ष 2016 में लागू पूर्ण शराबबंदी के बाद से प्रदेश में अमन-चैन का माहौल कायम हुआ। कुमार और पार्टी प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने मंगलवार को जारी बयान में कहा...

पटना: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने आज कहा कि वर्ष 2016 में लागू पूर्ण शराबबंदी के बाद से प्रदेश में अमन-चैन का माहौल कायम हुआ।  

पार्टी प्रदेश प्रवक्ताओं ने लोगों से की ये अपील
कुमार और पार्टी प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के द्वारा साल 2016 में बिहार में लागू किए गए पूर्ण शराबबंदी से राज्य में अमन-चैन का माहौल कायम हुआ है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति हो रहे भेदभाव और अत्याचार को देख माननीय मुख्यमंत्री ने साल 2016 में बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू किए जाने की घोषणा की जिसका एकमात्र मकसद घरों में हिंसा और उपेक्षा की शिकार हो रही महिलाओं को उनका वाजिब अधिकार और हक दिलाना था। पार्टी प्रदेश प्रवक्ताओं ने ‘नशा मुक्ति दिवस' के मौके पर राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी सरकार की तरफ से बिहार को पूर्ण रुप से नशा मुक्त बनाने के लिए गए संकल्प में अपना सहयोग प्रदान करें और बिहार को स्वस्थ प्रदेश बनाने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर राज्य सरकार का सहयोग करें।    

'पूर्ण शराबबंदी की वजह से राज्य में लोगों की बचत में बढ़ोतरी हुई'
प्रवक्ताद्वय ने कहा कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद किए गए कई सर्वे में इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है। चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय और अनुग्रह नारायण सामाजिक अध्ययन संस्थान, पटना के द्वारा संयुक्त तौर पर किए एक सामाजिक सर्वेक्षण में करीब 80 फीसदी लोगों ने शराबबंदी के पक्ष में अपनी राय दी और कहा कि इस योजना से आम लोगों को फायदा हुआ है। सर्वे के दौरान 70 फीसदी लोगों का मानना है कि महिलाओं के सम्मान में वृद्धि हुई है और 40 फीसद लोगों का कहना है कि पारिवारिक निर्णय में महिलाओं की भूमिका बढ़ी है। वहीं लोगों का मत है कि महिला को अकेले बाजार भ्रमण में पहले से ज्यादा स्वतंत्रता है। सर्वे में शामिल करीब 34 फीसदी लोगों का मानना है कि पूर्ण शराबबंदी की वजह से राज्य में लोगों की बचत में बढ़ोतरी हुई है और लोग खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

'शराबबंदी कानून के लागू होने से सड़क दुर्घटनाओं में बड़े पैमाने पर आई कमी'
पार्टी प्रदेश प्रवक्ताओं ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू करने को लेकर आयोजित मानव श्रृंखला में आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव और तत्कालीन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल थे और बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हो, इसको लेकर आरजेडी ने भी संकल्प लिया था। लेकिन इसके बावजूद जुलाई 2023 से लेकर जनवरी 2024 तक आरजेडी ने चुनावी चंदे की मिली कुल 70 करोड़ रुपए की राशि में शराब कंपनियों से करीब 46 करोड़ 64 लाख रुपया हासिल किया जो कि, उनको मिले कुल राजनीतिक चंदे का 63 फीसदी है। आरजेडी से सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि ‘नशा मुक्ति दिवस' के मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ये बताएं कि क्या वो राज्य को पूर्ण रुप से नशा मुक्ति दिलाने में सहयोग का संकल्प लेंगे? उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के लागू होने से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में बड़े पैमाने पर कमी आई है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के लागू होने से लोगों के स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे कई तरह की बीमारियों में कमी देखने को मिली है। 

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