Edited By Ramanjot, Updated: 19 Jun, 2025 09:44 PM

तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) एक बार फिर विवादों के घेरे में है। इस बार विश्वविद्यालय पर गंभीर आरोप लगे हैं कि छात्र-छात्राओं को फर्जी मार्कशीट और प्रमाण पत्र थमा दिए गए हैं।
भागलपुर: तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) एक बार फिर विवादों के घेरे में है। इस बार विश्वविद्यालय पर गंभीर आरोप लगे हैं कि छात्र-छात्राओं को फर्जी मार्कशीट और प्रमाण पत्र थमा दिए गए हैं। पीड़ित छात्रों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन से उन्हें कोई जवाब नहीं मिल रहा है। नतीजतन, न तो उन्हें नौकरी मिल पा रही है और न ही आगे की पढ़ाई या अन्य कामों में वे आगे बढ़ पा रहे हैं।
कॉलेज की छात्रा ने किया खुलासा
पूरा मामला तब सामने आया जब एक कॉलेज की छात्रा ने फर्जी अंक पत्र दिए जाने की शिकायत की। इसके बाद कई अन्य छात्रों ने भी सामने आकर ऐसी ही शिकायतें की हैं। छात्रों का आरोप है कि पैसे लेकर मार्कशीट और एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं, जिसकी कीमत चार हजार से बीस हजार तक ली जाती है।
20 दिन पहले भी उजागर हुआ था बड़ा घोटाला
करीब 20 दिन पहले परीक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा फर्जी दस्तावेज बेचने का मामला भी उजागर हुआ था। इस घोटाले में दो से तीन दर्जन छात्र-छात्राओं के फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए थे।
कुलपति ने जताई नाराजगी, फिर भी कार्रवाई अधूरी
मामले की गंभीरता को देखते हुए TMBU के कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ने प्रशासनिक भवन का दौरा किया और परीक्षा विभाग के कर्मियों को फटकार लगाई। उन्होंने कर्मचारियों के मोबाइल से संदिग्ध चीजें मिलने पर FIR दर्ज करने का आदेश भी दिया। एक कर्मचारी संजय कुमार को निलंबित किया गया, लेकिन इसके बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
छात्रों की व्यथा बनी राजनीति का मुद्दा
फर्जी मार्कशीट थामे छात्र आज भी विश्वविद्यालय से लेकर विधायक कार्यालय तक चक्कर लगा रहे हैं। भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा ने इस पूरे मामले को लेकर शिक्षा मंत्री और राजभवन को पत्र लिखते हुए उच्च स्तरीय जांच समिति बनाने की मांग की है ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।