Edited By Swati Sharma, Updated: 02 Jan, 2025 06:30 PM
कांग्रेस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़कर फिर से महागठबंधन में शामिल होने के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निमंत्रण का समर्थन किया है। विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील...
पटना: कांग्रेस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़कर फिर से महागठबंधन में शामिल होने के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निमंत्रण का समर्थन किया है। विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार के महागठबंधन में वापसी के लिए लालू प्रसाद यादव के प्रस्ताव का पूरा समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए गांधीवादी विचारधारा से जुड़े सभी लोगों को एकजुट होना चाहिए।
'नीतीश गोडसे की विचारधारा से प्रेरित भाजपा से तुरंत किनारा करें'
खान ने कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गांधीवादी विचारधारा के समर्थक हैं। उन्हें गोडसे की विचारधारा से प्रेरित भाजपा से तुरंत किनारा कर लेना चाहिए।' उन्होंने यह भी कहा कि महात्मा गांधी के सिद्धांतों को आत्मसात करने वाले सभी लोगों का एक मंच पर आना स्वाभाविक है। कांग्रेस नेता से जब राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की नीतीश कुमार को महागठबंधन में दोबारा शामिल कराने का विरोध करने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, 'इस विषय पर तेजस्वी यादव ही सबसे बेहतर जवाब दे सकते हैं। जहां तक कांग्रेस का सवाल है, हम लालू जी के विचारों का पूरा समर्थन करते हैं।'
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने वर्ष 2013 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार किए जाने के विरोध में भाजपा का साथ छोड़ दिया था। वर्ष 2015 में उन्होंने राजद के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया, लेकिन वर्ष 2017 में भाजपा के साथ मिलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बना ली। अगस्त 2022 में कुमार ने भाजपा से नाता तोड़ा और फिर से महागठबंधन का हिस्सा बने। जनवरी 2024 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर से राजनीतिक 'यू-टर्न' लेते हुए राजग में वापसी कर ली।