Edited By Ramanjot, Updated: 11 Jul, 2025 09:22 PM

विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों और इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्राचार्यों, प्रोक्योरमेंट नोडल अधिकारियों और एकाउंटेंट्स के लिए अपनी दो दिवसीय व्यापक प्रशिक्षण कार्यशालाओं का सफलतापूर्वक समापन किया।
पटना:विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों और इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्राचार्यों, प्रोक्योरमेंट नोडल अधिकारियों और एकाउंटेंट्स के लिए अपनी दो दिवसीय व्यापक प्रशिक्षण कार्यशालाओं का सफलतापूर्वक समापन किया। 10 और 11 जुलाई, 2025 को आयोजित ये कार्यशालाएँ बिहार तारामंडल,पटना के ऑडिटोरियम में संपन्न हुईं।
इस महत्वपूर्ण पहल का उद्देश्य इन प्रमुख अधिकारियों को मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (HRMS), वित्तीय प्रबंधन और GeM (सरकारी ई-मार्केटप्लेस) खरीद सहित महत्वपूर्ण प्रशासनिक और वित्तीय डोमेन में उन्नत कौशल से लैस करना था।
प्रशिक्षण सत्रों का संचालन विभाग के विशेषज्ञ नोडल अधिकारियों द्वारा किया गया, जिनमें GeM उप निदेशक आशुतोष कुमार, HRMS नोडल पदाधिकारी और आईएफए (IFA), विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग शामिल थे।
10 जुलाई, 2025 को कार्यशाला में सभी सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों, सरकारी महिला पॉलिटेक्निक संस्थानों और राज्य प्रावैधिकी परिषद, पटना के प्राचार्यों, प्रोक्योरमेंट नोडल अधिकारियों और एकाउंटेंट्स ने भाग लिया। दूसरे दिन 11 जुलाई, 2025 को सभी राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों के प्राचार्यों, प्रोक्योरमेंट नोडल अधिकारियों और अकाउंटेंट्स की भागीदारी देखी गई।
प्रशिक्षण मॉड्यूलों में निम्नलिखित आवश्यक विषयों को शामिल किया गया:
- HRMS परियोजना के तहत कर्मचारियों का वर्तमान सेवा/संवर्ग विवरण कार्मिक रिकॉर्ड के कुशल प्रबंधन और अद्यतन पर ध्यान केंद्रित करना।
- वित्तीय प्रबंधन सुदृढ़ वित्तीय पर्यवेक्षण और बजट के लिए महत्वपूर्ण ज्ञान और सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदान करना।
- कुशल GeM खरीद प्रक्रियाएँ प्रतिभागियों को वस्तुओं और सेवाओं की पारदर्शी और सुव्यवस्थित खरीद के लिए सरकारी ई-मार्केटप्लेस का लाभ उठाने हेतु प्रशिक्षित करना।
प्राचार्यों, प्रोक्योरमेंट नोडल अधिकारियों, लेखाकारों, स्थापना प्रभारी और लेखा प्रभारी सहित प्रतिभागियों ने सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया, जो राज्य के तकनीकी शिक्षा क्षेत्र के भीतर परिचालन दक्षता और पारदर्शिता को आधुनिक बनाने और बढ़ाने के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को उजागर करता है। इन कार्यशालाओं का सफल समापन बिहार के तकनीकी संस्थानों में शासन और संसाधन प्रबंधन के उच्च मानकों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।