Edited By Ramanjot, Updated: 30 Jan, 2025 03:39 PM
पत्र में कहा गया है कि कई वाहनों पर प्रेस, पुलिस, आर्मी एवं अन्य सांकेतिक शब्द, रजिस्ट्रेशन पट्टी पर अंकित कर उपयोग किया जा रहा है तथा वाहन में प्रायः कोई पुलिस कर्मी अथवा प्रेस कर्मी सवार नहीं रहते हैं। वाहनों पर प्रेस/पुलिस लिखकर असमाजिक एवं...
Bihar News: बिहार में प्रेस, पुलिस और आर्मी लिखे वाहनों की अब सख्ती से जांच होगी। डीजीपी विनय कुमार ने इस संबंध में राज्य के तमाम जोन के आईजी, डीआईजी, जिलों के एसपी और एसएसपी को लिखा है और ऐसे वाहनों की सख्ती के साथ जांच करने का आदेश दिया है।
पत्र में कहा गया है कि कई वाहनों पर प्रेस, पुलिस, आर्मी एवं अन्य सांकेतिक शब्द, रजिस्ट्रेशन पट्टी पर अंकित कर उपयोग किया जा रहा है तथा वाहन में प्रायः कोई पुलिस कर्मी अथवा प्रेस कर्मी सवार नहीं रहते हैं। वाहनों पर प्रेस/पुलिस लिखकर असमाजिक एवं अपराधिक प्रवृति के व्यक्तियों के द्वारा अपराध एवं असामाजिक कार्य के लिए उपयोग किए जाने की संभावना प्रबल रहती है।
डीजीपी ने तमाम पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि असामाजिक एवं अपराधिक तत्वों की गतिविधि पर अंकुश एवं अपराध नियंत्रण के लिए यह आवश्यक है कि प्रेस/पुलिस लिखे वाहनों की सूक्ष्मता एवं संवेदनशीलता से जांच की जाए। वहीं जांच में दोषी पाए जाने पर वाहन सवार और मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।