Edited By Ramanjot, Updated: 10 Jan, 2024 09:59 AM
राजीव रंजन ने कहा कि धार्मिक विषयों के कई जानकारों का मानना है कि आगामी 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त कुछ ही समय का है, जो राममंदिर के लोकार्पण जैसे महान कार्य के लिए उचित नहीं है। धर्मगुरुओं के मुताबिक रामनवमी का दिन इसके लिए सर्वाधिक शुभ है। उन्होंने...
पटना: जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन (Rajiv Ranjan) ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत सरकार को राममंदिर (Ram Mandir) लोकार्पण की तिथि बढ़ाने की सलाह देते हुए कहा है कि 500 वर्षों के बाद राममंदिर का निर्माण खुशी की बात है लेकिन केंद्र सरकार और भाजपा के इसमें भी राजनीति किया जाना क्षोभ का विषय है।
"रामनवमी का दिन सर्वाधिक शुभ"
राजीव रंजन ने कहा कि धार्मिक विषयों के कई जानकारों का मानना है कि आगामी 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त कुछ ही समय का है, जो राममंदिर के लोकार्पण जैसे महान कार्य के लिए उचित नहीं है। धर्मगुरुओं के मुताबिक रामनवमी का दिन इसके लिए सर्वाधिक शुभ है। उन्होंने सवालिया लिहाज में कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि धर्मगुरुओं के खिलाफ जाकर इतनी हड़बड़ी में राममंदिर का शुभारंभ करने की वजह क्या है। राजीव ने रामनवमी का महत्व बताते हुए कहा कि मान्यता है कि रामलला का अवतरण रामनवमी के दिन ही हुआ था। इसी दिन चैत्र में होने वाली दुर्गापूजा की महानवमी भी पड़ती है। सनातन धर्म को मानने वाले इस दिन को काफी शुभ मानते हैं। हर घर पूजा होती है और नई ध्वजा का आरोहण होता है। ऐसे भी जानकारी के मुताबिक नए राममंदिर में प्रभु श्री राम बालरूप में प्रतिष्ठापित किए जा रहे हैं तो इसके लिए उनके अवतरण दिवस से बढ़िया दिन और कौन हो सकता है।
जदयू महासचिव ने कहा कि रामनवमी को राममंदिर के लोकार्पण से एक बड़ा लाभ यह होगा कि सरकार को बिहार के पुनौराधाम में माता जानकी के नए मंदिर के निर्माण कार्यों को शुरू करवाने का अवसर भी मिल जाएगा। कम से कम राममंदिर के शुभारंभ से पहले जानकी मंदिर की पहली ईंट तो रखी ही जा सकती है। इससे न केवल माता सीता और प्रभु श्रीराम को प्रसन्नता मिलेगी बल्कि इससे करोड़ों श्रद्धालुओं को भी ख़ुशी मिलेगी। इसलिए, केंद्र सरकार को हमारी सलाह है कि राजनीति से परे हटते हुए इस विषय में गंभीरता से सोचे और सही निर्णय ले।