Edited By Imran, Updated: 02 Mar, 2023 05:28 PM

तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की हत्या की जाने की खबर आने के बाद सूबे सरकार ने वहां की सरकार से बातचीत की है. बिहार के डीजीपी और तमिलनाडु के डीजीपी के बीच बातचीत की गई है जिसके बाद दोनों राज्य की पुलिस की ओर से ही प्रेस रिलीज जारी किया गया है। जिसमें...
पटना: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की हत्या की जाने की खबर आने के बाद सूबे सरकार ने वहां की सरकार से बातचीत की है. बिहार के डीजीपी और तमिलनाडु के डीजीपी के बीच बातचीत की गई है जिसके बाद दोनों राज्य की पुलिस की ओर से ही प्रेस रिलीज जारी किया गया है। जिसमें इस घटना का खंडन किया गया है।
बता दें कि प्रेस रिलीज में कहा गया है कि समाचार पत्रों और अन्य माध्यमों से ये सूचना आई कि तमिलनाडु राज्य में प्रवासी हिन्दी भाषी श्रमिकों तथा कामकाजी लोगों के साथ कुछ स्थानीय लोगों द्वारा हमला कर मारपीट की जा रही है। पुलिस ने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हुई सूचना पर तुरंत संज्ञान लिया। बिहार के डीजीपी ने तमिलनाडु राज्य के पुलिस महानिदेशक से बात कर स्थिति की जानकारी ली है।
तमिलनाडु पुलिस द्वारा ये जानकारी दी गई है कि उत्तर भारतीयों और हिन्दी भाषी लोगों पर हमले को लेकर पोस्ट बिना तथ्यों की पुष्टि किए की गई है। यह भ्रामक तथा अफवाह है. प्रसारित किए जा रहे दो वीडियो में से एक वीडियो तमिलनाडु के त्रिपुर में बिहार और झारखंड के श्रमिकों के बीच झड़प की घटना का है, जबकि दूसरा वीडियो कोयम्बटूर के स्थानीय निवासियों के बीच विवाद की घटना का है। राज्य में सभी हिन्दी भाषी सुरक्षित हैं। सभी के मान सम्मान और जीवन की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है।
मजदूरों ने वीडियो के जरिए लगाई मदद की गुहार
बताया जा रहा था कि तमिलनाडु में फंसे काम करने वाले मजदूरों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। मजदूरों ने कुछ वीडियो भी भेजे हैं। जिसमें उनको दौड़ा-दौड़कर पीटा जा रहा है। हत्या की जा रही है। लोग इलाज नहीं मिलने से तड़प रहे हैं। मजदूरों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। मजदूरों का दावा है इन हमलों में कई मजदूर घायल हैं। घायलों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।