Edited By Ramanjot, Updated: 24 May, 2024 12:08 PM
पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि 20 मई 2024 की रात्रि में जाले थाना पर कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा नाजायाज मजमा लगा कर जाले थाना कांड संख्या-103/24 के चार नामजद अभियुक्तों को पुलिस अभिरक्षा से जबरदस्ती छुड़ा लिया गया। मामले के संबंघ में 24 नामजद...
दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले में पुलिस अभिरक्षा से असामाजिक तत्वों द्वारा जबरन चार अभियुक्तों को छुड़ा कर ले जाने के मामले में जहां जाले थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है वहीं, पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि 20 मई 2024 की रात्रि में जाले थाना पर कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा नाजायाज मजमा लगा कर जाले थाना कांड संख्या-103/24 के चार नामजद अभियुक्तों को पुलिस अभिरक्षा से जबरदस्ती छुड़ा लिया गया। मामले के संबंघ में 24 नामजद एवं 130-140 अज्ञात अभियुक्तों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई। कांड में संलिप्त सभी नामजद 24 प्राथमिकी अभियुक्तों के विरूद्ध न्यायालय से वारंट प्राप्त है।
सूत्रों ने बताया कि घटना में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए नगर पुलिस अधीक्षक, दरभंगा के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया। अनुसंधान के क्रम में विशेष अनुसंधान दल द्वारा विडियो फुटेज के अवलोकन के बाद घटना में संलिप्त दो अपराधकर्मियों को उनके घर से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अप्राथमिकी अभियुक्तों में मोहम्मद तारिक अनवर और नुर नबी शामिल हैं।
वहीं, घटना को रोकने में विफल रहने और वरीय पदाधिकारी को सूचना नहीं देने के आरोप में वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस उप महानिरीक्षक, मिथिला क्षेत्र दरभंगा को थानाध्यक्ष जाले के विरूद्ध अनुशासनिक कारर्वाई करने की अनुशंसा की गई। इस आलोक में पुलिस उप-महानिरीक्षक (मिथिला क्षेत्र, दरभंगा) विपिन बिहारी (थानाध्यक्ष जाले) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।