Edited By Ramanjot, Updated: 12 Oct, 2025 10:31 AM

तेजस्वी यादव ने कहा कि जब राजद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार का हिस्सा थी, तब टीआरई-1 और टीआरई-2 के माध्यम से दो लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति बिना किसी पेपर लीक के की गई थी। उन्होंने कहा, “हमारे सरकार से बाहर जाने के बाद नई सरकार ने मार्च में...
Tejashwi Yadav: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने शनिवार को कहा कि अगर बिहार में महागठबंधन (Mahagathbandhan) को सत्ता में आने का मौका मिला तो शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-4) की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाएगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब राजद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार का हिस्सा थी, तब टीआरई-1 और टीआरई-2 के माध्यम से दो लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति बिना किसी पेपर लीक के की गई थी। उन्होंने कहा, “हमारे सरकार से बाहर जाने के बाद नई सरकार ने मार्च में घोषणा की थी कि टीआरई-4 के तहत 1.27 लाख पदों पर भर्ती जल्द होगी, लेकिन अब उन्होंने अचानक एक लाख पद घटा दिए हैं। मुख्यमंत्री के वादाखिलाफी और पलटी खाने के रिकॉर्ड को सब जानते हैं। कब, कौन, कैसे उनसे कुछ कहलवा या लिखवा देता है, उन्हें खुद नहीं पता।”
तेजस्वी यादव ने ‘एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा, “जैसे ही हमारी सरकार बनेगी, टीआरई-4 भर्ती प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाएगी।” उन्होंने बताया कि टीआरई-1 और टीआरई-2 के जरिए 2.40 लाख शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी, जबकि टीआरई-3 में 66,603 पदों पर नियुक्ति हुई। शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया का संचालन बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) करता है। तेजस्वी यादव इससे पहले यह भी घोषणा कर चुके हैं कि यदि महागठबंधन की सरकार बनी, तो राज्य के हर ऐसे परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी, जिसके किसी सदस्य के पास फिलहाल सरकारी नौकरी नहीं है।