Edited By Ramanjot, Updated: 05 Feb, 2025 11:08 AM
बिहार में सरकारी स्कूलों का एक ऐसा डेटा सामने आया है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे 10 लाख 29 हजार बच्चे-बच्चियों की जन्मतिथि समेत कई महत्वपूर्ण जानकारियों के डेटा में गड़बड़ी पकड़ी है
पटना:बिहार में सरकारी स्कूलों का एक ऐसा डेटा सामने आया है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे 10 लाख 29 हजार बच्चे-बच्चियों की जन्मतिथि समेत कई महत्वपूर्ण जानकारियों के डेटा में गड़बड़ी पकड़ी है।
शिक्षा विभाग के ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर देखी गई गड़बड़ियां
इसके अलावा, साढ़े चार लाख बच्चों के बैंक खाते एक से ज्यादा नामों से जुड़े हुए हैं। इससे भी गजब ये कि करीब ढाई हजार बच्चों के माता-पिता का नाम एक ही दर्ज कर दिया गया है, यानी डेटा में गड़बड़ी से एक ही माता-पिता की ढाई हजार संतान हो गई हैं। ये सभी गड़बड़ियां ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर देखी गई हैं, जिसका इस्तेमाल सरकारी योजनाओं के लिए किया जाता है।
शिक्षा विभाग ने दिया तीन दिन का अल्टीमेटम
शिक्षा विभाग के डेटा में इस तरह की त्रुटियों से हड़कंप मच गया है। राज्य मुख्यालय से सभी जिलों को इस डेटा की तमाम विसंगतियों को ठीक करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। जानकारी के मुताबिक ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दर्ज इन जानकारियों में जन्मतिथि, बैंक खाते और माता-पिता के नाम तक गलत हैं। शिक्षा विभाग ने इस लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए सभी जिलों को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। विभाग ने जिला के अधिकारियों को 3 दिन का समय देते हुए कहा है कि लाभुक आधारित योजनाओं के लिए सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के विद्यार्थियों की उपस्थिति से संबंधित जो आंकड़े पोर्टल पर दर्ज किये गये हैं, उनमें कई त्रुटियां पाई गई हैं।