Edited By Ramanjot, Updated: 12 Aug, 2024 05:10 PM
दरअसल, नाथनगर के रत्तिपूर बैरिया, शंकरपुर, दिलदारपुर, बिंद टोली समेत कई गांवों में गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है। इन क्षेत्रों में चचरी पुल पूरी तरह से डूब चुका है, जिससे गांवों में आवागमन बाधित हो गया है। बाढ़ की वजह से किसानों के सैकड़ों एकड़ खेत...
भागलपुर (अंजनी कुमार कश्यप): भागलपुर में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते नाथनगर के दियारा क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुस आया है, जिससे लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है। गांवों में आवागमन भी बाधित हो गया है। आवागमन का एकमात्र सहारा अब नाव रह गया है। वहीं अगले 36 से 48 घंटे में जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका जताई गई है।
दरअसल, नाथनगर के रत्तिपूर बैरिया, शंकरपुर, दिलदारपुर, बिंद टोली समेत कई गांवों में गंगा का पानी प्रवेश कर चुका है। इन क्षेत्रों में चचरी पुल पूरी तरह से डूब चुका है, जिससे गांवों में आवागमन बाधित हो गया है। बाढ़ की वजह से किसानों के सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं, जिससे फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। किसान अपनी फसलों और हरी सब्जियों को नाव के जरिए शहर लाकर बेचने पर मजबूर हैं। किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
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वहीं बाढ़ से पीड़ित किसानों का कहना है कि हर बार उन्हें विश्वविद्यालय कैंपस में शरण मिल जाती थी, लेकिन इस बार वीसी ने मना कर दिया है। अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे कहां जाएंगे और कहां रहेंगे। बता दें कि इस बार विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा पीड़ितों के लिए विश्वविद्यालय के कैंपस का गेट बंद कर दिया गया है।