Edited By Khushi, Updated: 09 Feb, 2025 12:38 PM
![a marriage like this in tribal society before sindoordaan](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_12_35_564521223tribalmarriage-ll.jpg)
Tribal Society: सभी धर्मों में अलग-अलग तरह के रीति-रिवाज होते हैं, लेकिन आदिवासी समाज में कई ऐसे रीति-रिवाज हैं जो हैरान कर देते हैं। उनमें से एक है कि आदिवासी समाज में शादी के दौरान सिंदूरदान के पहले दूल्हा-दूल्हन एक-दूसरे पर कोड़े बरसाते हैं।
Tribal Society: सभी धर्मों में अलग-अलग तरह के रीति-रिवाज होते हैं, लेकिन आदिवासी समाज में कई ऐसे रीति-रिवाज हैं जो हैरान कर देते हैं। उनमें से एक है कि आदिवासी समाज में शादी के दौरान सिंदूरदान के पहले दूल्हा-दूल्हन एक-दूसरे पर कोड़े बरसाते हैं।
![PunjabKesari](https://static.punjabkesari.in/multimedia/12_37_101770893tribal-marriage.jpg)
कोड़े को ज्यादा जोर से नहीं मारा जाता
आदिवासी समाज के मुताबिक शादी के दौरान दूल्हा-दूल्हन एक-दूसरे को कोड़े मारते हैं। इस दौरान दूल्हा-दूल्हन आपस में भी खूब मस्ती-मजाक करते हैं। यह कोड़ा एक सिंपल सा दो-तीन लेयर की रस्सी होती है। इस कोड़े को ज्यादा जोर से नहीं मारा जाता है। कोड़े मारने वाली रस्सी छोटी होती है जो दुल्हन और दूल्हा दोनों अपने हाथ में लेकर एक दूसरे को मारने के लिए भागदौड़ करते हुए खेलते नजर आते हैं।
रिश्ते को और मजबूत बनाने के लिए निभाई जाती है ये परंपरा
इसके बाद सिंदूरदान के लिए लड़की को मंडप में लाया जाता है और फिर सिंदूरदान होता है। आदिवासी समाज के मुताबिक मंडप में दोनों पक्षों के बीच में एक हंसी मजाक का माहौल बनाने और रिश्ते को और मजबूत बनाने के लिए इस परंपरा को निभाया जाता है। यह परंपरा शादी के पूरे माहौल को खुशनुमा और यादगार कर देती है।