Edited By Khushi, Updated: 24 Aug, 2025 10:17 AM

जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने एमबीबीएस के एक छात्र की मौत को लेकर प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया और बीते शनिवार को परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने एमबीबीएस के एक छात्र की मौत को लेकर प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया और बीते शनिवार को परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बिहार के समस्तीपुर निवासी दिव्यांशु पांडे (21) यहां मेडिकल कॉलेज का छात्र था, जिसने 21 अगस्त को अपने छात्रावास में कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसे टाटा मेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। यह घटना पूर्वी सिंहभूम जिले के सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के बारीडीह में घटी। छात्रों ने आरोप लगाया कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एंबुलेंस की व्यवस्था करने में देरी की। इसके साथ ही एक वरिष्ठ अधिकारी पर छात्रों को परेशान करने का आरोप भी लगाया। 6 घंटे तक छात्रों ने कॉलेज के गेट को जाम रखा और कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने आरोप लगाया कि दिव्यांशु की जान बचाई जा सकती थी, लेकिन कॉलेज प्रशासन की लापरवाही और मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण उसकी जान चली गयी।
सिदगोड़ा थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के बाद छात्र के परिजन को सौंप दिया गया। कुमार ने कहा, ‘‘छात्र कई वर्षों से अवसाद की दवाइयां ले रहा था और उसने छात्रावास में जहर खा लिया। छात्र प्रशासन पर छात्र के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था करने में देरी का आरोप लगा रहे थे और अन्य मुद्दे उठा रहे थे। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और छात्रों के बीच बातचीत के बाद, विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया है।'' छात्र मेडिकल कॉलेज में परिवहन संबंधी मामलों को देखने वाले सुमित झा और छात्र मामलों के एसोसिएट डीन के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।