Edited By Khushi, Updated: 27 Jul, 2025 03:53 PM

रांची: मदर टेरेसा क्लीनिक को लेकर झारखंड की सियासत तेज है। विपक्ष लगातार हेमंत सरकार पर हमलावर है। इसी बीच झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने हेमंत सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
रांची: मदर टेरेसा क्लीनिक को लेकर झारखंड की सियासत तेज है। विपक्ष लगातार हेमंत सरकार पर हमलावर है। इसी बीच झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने हेमंत सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
"मदर टेरेसा का भारतीय जनता पार्टी सदा सम्मान करती है"
बाउरी ने कहा कि राज्य के झुग्गी झोपड़ी, बस्तियों में राज्य सरकार द्वारा चलने वाले अटल क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा क्लीनिक करना एक बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा का भारतीय जनता पार्टी सदा सम्मान करती है। उनकी सेवा भावना और गरीबों, कुष्ठ रोगियों के लिए की गई सेवा को भुलाया नहीं जा सकता। बाउरी ने कहा कि भारत सरकार ने उन्हें कई बड़े अलंकरणों से सम्मानित भी किया है। उन्होंने कहा कि यह भी सच्चाई है कि मदर टेरेसा द्वारा स्थापित संस्थान निर्मल हृदय पर बच्चा चोरी का आरोप भी लगा हुआ है। यह भी सच्चाई है कि ऐसी संस्थाएं सेवा के नाम पर लाखों गरीबों को स्वास्थ्य सुविधा, भोजन, वस्त्र, उपलब्ध कराकर उनकी पहचान, उनके धर्म, संस्कार को बदलने का कार्य भी किया है।
"झामुमो, कांग्रेस, राजद की नियत कभी साफ नहीं रही"
बाउरी ने कहा कि धर्मांतरण की समस्या राज्य की एक बड़ी समस्या है जिसे मदर टेरेसा क्लीनिक के सहारे और तेज करने की साजिश राज्य सरकार द्वारा रची जा रही है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने झारखंड की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अलग झारखंड राज्य का सपना भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर 2000 को साकार किया जबकि राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस, राजद, झामुमो आंदोलन को बेचने- खरीदने में लगे थे। बाउरी ने कहा कि झामुमो, कांग्रेस, राजद की नियत कभी साफ नहीं रही। अलग झारखंड राज्य का नक्शा भी भाजपा के वनांचल राज्य का नक्शा है जो अटल जी की देन है।
बता दें कि हेमंत सोरेन सरकार ने गुरुवार को 21 अहम निर्णय लिए। इनमें से एक फैसले में भाजपा सरकार द्वारा शुरू किए गए अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लीनिक कर दिया गया है। इस फैसले के साथ ही सियासी घमासान शुरू हो गया है। यह निर्णय गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया था। सरकार का तर्क है कि मदर टेरेसा के नाम से स्वास्थ्य सेवाओं में करुणा और सेवा की भावना जुड़ेगी, लेकिन भाजपा ने इस फैसले को तुच्छ मानसिकता और विकृत राजनीतिक सोच का प्रतीक बताया है।