Edited By Khushi, Updated: 29 Aug, 2024 06:03 PM
झारखंड पुलिस के 2 अफसरों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की जासूसी करने के मामले में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि यह आश्चर्यचकित करने वाला मामला है। 5 महीने से चंपई सोरेन के ऊपर सर्विलांस लगा हुआ था।
रांची: झारखंड पुलिस के 2 अफसरों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की जासूसी करने के मामले में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि यह आश्चर्यचकित करने वाला मामला है। 5 महीने से चंपई सोरेन के ऊपर सर्विलांस लगा हुआ था।
अमर बाउरी ने कहा कि चंपई सोरेन की जासूसी करना गलत था। उन्होंने कहा कि जिस तरह उन्हें ट्रैप किया जा रहा था उससे ये पता चलता है कि वर्तमान सरकार कितनी डरी हुई है। उन्होंने कहा कि किसी भी हद तक जाना ये मुगलों के शासनकाल में देखा गया था। आज एक लोकतांत्रिक देश में सत्ता बचा रहे इसके लिए इतने नीचे तक जा रहे हैं। इससे दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है। अमर बाउरी ने कहा कि इस पूरे कार्रवाई की जांच होनी चाहिए। किन परिस्थितियों में और क्यों किस राजनेता ने ऐसा करने का आदेश दिया है। ये जनता के बीच आना चाहिए। कोई अपनी सत्ता की हनक में किसी के जीवन में ऐसी ताक-झांक करके ऐसे किसी के जीवन को नष्ट न करें।
बता दें कि असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि पिछले कुछ दिनों से चंपई सोरेन की जासूसी की जा रही थी। जासूसी करने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें दिल्ली में फोटो खींचते हुए पकड़ा गया है। हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के पीछे झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के 2 ऑफिसरों को लगाया गया था। चंपई सोरेन कहां जाते हैं, क्या करते हैं दोनों ऑफिसर नजर बनाए हुए थे। हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे बताया कि एक सप्ताह पहले चंपई सोरेन जी दिल्ली गये थे। उस दौरान दोनों ऑफिसरों ने उनका पीछा किया और हाल ही में चंपई ने दिल्ली में 3 दिन बिताए। इस दौरान भी दोनों ऑफिसरों ने उनका पीछा किया।