Edited By Khushi, Updated: 06 Apr, 2023 03:01 PM

झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने आज (गुरुवार) को दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनका चेन्नई के अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया है।
रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने आज (गुरुवार) को दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनका चेन्नई के अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया है। जगरनाथ महतो के निधन की खबर सुनकर राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है।
2 दिनों का मनाया जाएगा राजकीय शोक
बता दें कि जगरनाथ महतो के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर दुख जताया है। हेमंत सरकार ने जगरनाथ महतो के निधन के बाद दो दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा भी कर दी है। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के सम्मान में 2 दिनों का राजकीय शोक मनाया जाएगा। आज (6 अप्रैल ) से 7 अप्रैल तक राजकीय शोक होगा। इस दौरान सभी भवनों जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराये जाते हैं, उन पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का राजकीय समारोह नहीं होगा।
कल रांची पहुंचेगा स्व० जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर
इसके साथ ही राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि 6 अप्रैल यानी आज राज्य के सभी कार्यालय बंद रहेंगे। इतना ही नहीं आज होने वाली कैबिनेट की बैठक भी स्थगित कर दी गई है। वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बताया कि पार्टी के कद्दावर आंदोलनकारी नेता सह मंत्री, झारखंड सरकार स्व० जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर कल 7 अप्रैल दिन शुक्रवार को चेन्नई से प्रातः रांची के हवाई अड्डा पहुंचेगा। कल प्रातः 07.30 बजे झारखंड विधानसभा रांची में तत्पश्चात प्रातः 08 बजे रांची के हरमू स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय (कैम्प) में स्व० जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन एवं श्रद्धांजलि हेतु लाया जाएगा।
गौरतलब है कि बता दें कि पिछले साल सितंबर 2022 में भी शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। करीब 1 महीने तक रांची में उनका इलाज चला था। इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने अस्पताल जाकर शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी और चेन्नई जाकर जांच कराने की सलाह दी थी। इसके बाद स्वास्थ्य में सुधार न होने पर 19 अक्टूबर 2022 को उन्हें विशेष विमान से चेन्नई ले जाया गया था। चेन्नई में उन्हें एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 28 अक्टूबर को अस्पताल की तरफ से एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया था, जिसमें उनके फेफड़ों में कोई सुधार नहीं दिखा। तब डॉक्टरों ने लंग्स ट्रांसप्लांट करने का निर्णय लिया।
10 नवंबर को जगरनाथ महतो का लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया। 11 जनवरी को उन्हें आईसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया था। इसके बाद वह अपने घर वापिस आ गए थे, लेकिन 14 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई थी। घबराहट और बेचैनी के बाद उनको पास के ही एचइसी-पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीटी स्कैन सहित सभी प्रकार की जांच हुई, जिसमें लंग्स में माइल्ड इंफेक्शन के संकेत मिले थे। उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया। रात में उन्हें एयर एंबुलेंस से एमजीएम चेन्नई शिफ्ट कर दिया गया था।