Edited By Khushi, Updated: 08 Feb, 2023 05:27 PM

अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय संगठन मंत्री एवं उपभोक्ता आंदोलन के कुशल संचालक दिनकर सबनीस ने कहा कि कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि छोटे-छोटे स्तर पर भी उपभोक्ताओं के अधिकारों की अनदेखी की जा रही है।
रांची: अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय संगठन मंत्री एवं उपभोक्ता आंदोलन के कुशल संचालक दिनकर सबनीस ने कहा कि कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि छोटे-छोटे स्तर पर भी उपभोक्ताओं के अधिकारों की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विकसित देशों में उपभोक्ता संगठनों की मजबूती के कारण ग्राहकों के अधिकार प्रभावी हैं, लेकिन अपने यहां ऐसा नहीं है।
"अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत उपभोक्ता जागरण का लिया है संकल्प"
अपने दो दिवसीय झारखंड प्रवास के दौरान बीते मंगलवार को सबनीस ने आईएमए भवन के हॉल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत उपभोक्ता जागरण का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि आजकल हमारे संगठन के द्वारा खासकर 2 मामलों में देश के उपभोक्ताओं को जाग्रत करने का अभियान चलाया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए ओटीटी मंचों पर दिखाए जाने वाले फिल्म और धारावाहिक नाटकों के लिए देश में कोई नियामक नहीं है। इन दिनों देखा जा रहा है कि इस प्रकार के मंचों पर दिखाए जाने वाले फिल्मों में हमारे देश की छवि और सेनाओं के नकारात्मक चित्र प्रस्तुत किए जा रहे हैं। यही नहीं हमारी संस्कृति पर भी आक्रमण किए जाते हैं। इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि इस प्रकार के मंचों के लिए नियामक तय किए जाएं। दूसरी बात, आजकल ऑनलाइन गेम के माध्यम से हमारे भविष्य पर प्रहार किया जा रहा है। ऐसे गेम खेल कर हमारे बच्चे खराब हो रहे हैं। यहां तक कि बच्चे आत्महत्या के लिए प्रेरित हो रहे हैं। इसलिए ऐसे खेलों पर प्रतिबंध लगाए जाएं।
"कई राज्यों में हो रहा बहुत बढ़िया काम"
ग्राहक पंचायत के अखिल भारतीय संगठन मंत्री ने कहा कि हम उपभोक्ता जागरण के काम में लगे हैं। कई राज्यों में बहुत बढ़िया काम हो रहा है और उपभोक्ता अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं। बिहार, बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ आदि प्रांतों में ग्राहकों के साथ कई प्रकार के अन्याय हो रहे हैं। मकान खरीदने में भ्रष्टाचार, वस्तु विनिमय में भ्रष्टाचार, सेवा में भ्रष्टाचार, उत्पाद एवं सेवा के विज्ञापनों में भ्रष्टाचार आदि देखने को मिल रहा है। हमें इसके प्रति जागरूक होना होगा। जागरूकता के लिए सबसे पहला कदम सेवा व वस्तु के लिए बिल प्राप्त करना है। यदि प्रत्येक ग्राहक या उपभोक्ता सरकार के द्वारा मान्य कर को अदा कर वस्तु या सेवा प्राप्त करें तो भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हो जाएगी। अत: हमें अपने आप से प्रारंभ करना होगा।