Edited By Khushi, Updated: 19 Jun, 2024 02:37 PM
झारखंड सरकार के योजना फेल होने के बाद केंद्र सरकार की योजना को धरातल पर उतार कर यहां के लोगों को पानी मिले और किसान आत्म निर्भर बन सके
Garhwa (अभय तिवारी): झारखंड सरकार के योजना फेल होने के बाद केंद्र सरकार की योजना को धरातल पर उतार कर यहां के लोगों को पानी मिले और किसान आत्म निर्भर बन सके उसके लिए नीति आयोग ने पहल करते हुए गढ़वा जिला में वर्षा की पानी को रोककर ग्रामीण किसान के बारे में पहल करते हुए एक नई स्कीम के तहत एक योजना का प्रारंभ किया जिससे ग्रामीणों को सीधा इसका लाभ मिल सके, लेकिन गढ़वा जिला विगत कई वर्षों से अकाल के चपेट में है।
नीति आयोग, सेंट्रल कमेटी के टीम और जिला प्रशासन, पानी पंचायत के संयुक्त तत्वधान में एक अनोखी पहल करते हुए गढ़वा जिला के गढ़वा प्रखंड क्षेत्र के परिहारा पंचायत के करके गांव स्थित बसारत बांध में तालाब निर्माण कार्य कराया जा रहा ताकि यहां के लोगों को पलायन न करना पड़े और ग्रामीण किसान खुद ही गांव में खेती करते हुए अपना रोजगार कर आत्मनिर्भर बन सके। वही अगर बात की जाए तो इस तालाब निर्माण से एक तरफ किसानों को पानी मिलेगा तो दूसरी ओर पशु पक्षी को भी राहत मिलेगा जिससे वे अपनी प्यास बुझा सके। वही ग्रामीण की बात करें तो स्थानीय ग्रामीण किसान ने बताया कि यह पानी इस गांव के आसपास रहने वाले लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा। इस तालाब का निर्माण लगभग सात दशक पूर्व यानी 70 वर्ष पूर्व में हुआ था, लेकिन आज इस तालाब के मिट्टी एक उपजाऊ मिट्टी के साथ खाद पदार्थ से भरा हुआ मिट्टी हो गया है जिसे किसान अपने बंजर भूमि खेत में इसका उपयोग कर रहे ताकि उनका फसल को ऊर्जा मिले और फसल दोगुनी उपज के साथ हो। इसके लिए किसान ट्रैक्टर से अपनी खेत के लिए ले जा रहे है।
स्थानीय ग्रामीण किसान ने बताया कि इस मिट्टी का उपयोग खेत और आने वाले बरसात में इसका उपयोग बागवानी और पेड़ पौधा के जड़ में डालकर उसे मजबूती देंगे जो किसानों के लिए इस मिट्टी का उपयोग एक खाद पदार्थ से कम नहीं होगा। उन्होंने बताया कि इस योजना से लगभग दर्जनों तालाब निर्माण गढ़वा जिला में बनाए जा रहे ताकि ग्रामीण किसान पशु पक्षी सहित जंगली जानवरों के लिए भी एक बड़ा वरदान साबित होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इस तालाब को कम लागत से अच्छा निर्माण गढ़वा के आम किसान जनता के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।