Edited By Geeta, Updated: 07 Feb, 2025 12:20 PM
AI-Smart Meter: केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के दिशा-निर्देशों पर एक नई पहल शुरू की गई है। बता दें कि, बिहार में अब बिजली वितरण क्षेत्र के आधुनिकीकरण की दिशा में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (South Bihar Power Distribution Company...
AI-Smart Meter: केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के दिशा-निर्देशों पर एक नई पहल शुरू की गई है। बता दें कि, बिहार में अब बिजली वितरण क्षेत्र के आधुनिकीकरण की दिशा में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (South Bihar Power Distribution Company Limited) ने REC लिमिटेड और बिजली टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया है। इस दौरान एसबीपीडीसीएल के महाप्रबंधक (राजस्व) अरविंद कुमार, आरईसी के क्षेत्रीय कार्यपालक सेरिन कुमार बागे और बिजली टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक समरजीत घोष मौजूद थे।
कैसे करेगा काम AI संचालित स्मार्ट मीटर?
बता दें कि, इस करार से बिजली बचाने में AI (Artifical Intelligence) संचालित स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की बिजली बचाने में मदद करेंगे। बिजली टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड की उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) और स्मार्ट मीटर एनालिटिक्स (Smart Meter Analytics) के जरिए बिजली उपभोक्ता इससे बिजली खपत की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। उपभोक्ताओं को उनके व्यक्तिगत ऊर्जा खपत का विश्लेषण मिलेगा। इसके साथ ही उपभोक्ता अधिक बिजली खर्च करने वाले उपकरणों की पहचान कर सकेंगे। साथ ही बिजली की लागत कम करने के लिए प्रभावी रणनीति अपना सकेंगे।
क्या है AI-स्मार्ट मीटर का उद्देश्य?
इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को उनके बिजली खपत के पैटर्न को बेहतर ढंग से समझने अनावश्यक बिजली खर्च की पहचान करने और बिल में कमी लाने में मदद करना है। यह करार एसबीपीडीसीएल की परिचालन दक्षता को भी बढ़ाने में मदद करेगी। वहीं एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने कहा, “बिहार के बिजली वितरण क्षेत्र के आधुनिकीकरण की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। एआई-संचालित एनालिटिक्स (AI-Powered Analytics) तकनीक के माध्यम से हमारा लक्ष्य उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना, पारदर्शिता बढ़ाना और बिलिंग में सटीकता लाना है ताकि लोग किफायती तरीके से बिजली का उपयोग कर सकें।”