Edited By Swati Sharma, Updated: 02 Sep, 2025 11:04 AM

Bihar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से ठीक पहले बिहार को करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात देने वाले हैं, जिसमें 'जीविका निधि योजना' का शुभारंभ भी शामिल है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि...
Bihar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से ठीक पहले बिहार को करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात देने वाले हैं, जिसमें 'जीविका निधि योजना' का शुभारंभ भी शामिल है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को प्रधानमंत्री रेलवे, सड़क और अन्य बुनियादी ढांचागत सुविधाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ भी करेंगे और मोदी वर्चुअल माध्यम से बिहार के लोगों को संबोधित भी करेंगे। श्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री संस्था के बैंक खाते में 105 करोड़ रुपये भी हस्तांतरित करेंगे।
सूत्रों ने बताया, 'जीविका निधि की स्थापना का उद्देश्य जीविका से जुड़े समुदाय के सदस्यों को किफायती ब्याज दरों पर आसानी से धनराशि उपलब्ध कराना है। जीविका के सभी पंजीकृत क्लस्टर-स्तरीय संघ इस संस्था के सदस्य बनेंगे। इस संस्था के संचालन के लिए बिहार सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी धनराशि प्रदान करेगी।' सूत्रों ने बताया, 'जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं में उद्यमिता का विकास हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप ग्रामीण क्षेत्रों में कई छोटे उद्यम और उत्पादक कंपनियां स्थापित हुई हैं, लेकिन महिला उद्यमियों को अक्सर 18 से 24 प्रतिशत की ऊंची ब्याज दर वाली माइक्रो फाइनेंस संस्थान (एमएफआई) पर निर्भर रहना पड़ता है। जीविका निधि की परिकल्पना एक वैकल्पिक वित्तीय प्रणाली के रूप में की गई है ताकि एमएफआई पर निर्भरता कम हो और कम ब्याज दरों पर बड़ी ऋण राशि की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।'
सूत्रों ने बताया, 'यह प्रणाली पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करेगी, जिससे जीविका दीदियों के बैंक खातों में सीधे तेज और पारदर्शी धनराशि का हस्तांतरण सुनिश्चित होगा। इसे सुगम बनाने के लिए, 12,000 सामुदायिक कार्यकर्ताओं को टैबलेट से लैस किया जा रहा है।' सूत्रों ने बताया, 'इस पहल से ग्रामीण महिलाओं में उद्यमिता विकास को मज़बूती मिलेगी और सामुदायिक उद्यमों के विकास में तेज़ी आएगी। बिहार राज्य से लगभग 20 लाख महिलाएँ इस कार्यक्रम की साक्षी बनेंगी।'