Bihar Politics... पिता रामविलास के बाद पुत्र चिराग भी बने केन्द्र सरकार में मंत्री, दिग्गज राजनेताओं में हुए शामिल

Edited By Nitika, Updated: 13 Jun, 2024 02:15 PM

chirag also became a minister in the central government

लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिवंगत राम विलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान बिहार के उन चंद दिग्गज राजनेताओं में शामिल हो गए हैं, जो अपने पिता के बाद केन्द्र सरकार में मंत्री बनें।

 

पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिवंगत राम विलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान बिहार के उन चंद दिग्गज राजनेताओं में शामिल हो गए हैं, जो अपने पिता के बाद केन्द्र सरकार में मंत्री बनें। बिहार की राजनीति में कई दिग्गज नेता हुए, जो केन्द्र की सरकार में मंत्री बनें। हालांकि इनमें कुछ लोग हीं ऐसे हैं, जिनके परिवार के लोग भी केन्द्र सरकार में मंत्री बनें।

ऐसे राजनेताओं में पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम और उनकी पुत्री मीरा कुमार, ललित नारायण मिश्रा और उनके भाई जगन्नाथ मिश्रा, यशवंत सिन्हा और उनके पुत्र जयंत सिन्हा, कृष्णा शाही और उनकी बहन उषा सिन्हा, राम विलास पासवान और उनके छोटे भाई पशुपति कुमार पारस शामिल रहे। चिराग पासवान इस बार नरेन्द्र मोदी की सरकार में केन्द्रीय मंत्री बनाए गए हैं। इसके साथ ही चिराग पासवान भी अब उन चंद राजनेता में शामिल हो गए, जिनके परिवार के सदस्य भी पूर्व में केन्द्र सरकार में मंत्री थे। चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय दिया गया है। रामविलास पासवान कई बार केन्द्र सरकार में मंत्री रहे। वह विश्वनाथ प्रताप सिंह, एचडी देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री रहे हैं। राम विलास पासवान केन्द्र सरकार में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के मंत्री, श्रम एवं कल्याण मंत्री, कोयला मंत्री, संचार मंत्री, रसायन एवं उर्वरक मंत्री, खान मंत्री,सूचना एवं प्रचारण मंत्री,रेलमंत्री रहे हैं। राम विलास पासवान दो बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। वह नौ बार लोकसभा सांसद बने। दिवंगत राम विलास पासवान आठ बार हाजीपुर (सु) जबकि एक बार रोसड़ा (सु) के सांसद रहे। पारस नरेन्द्र मोदी की सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री रहे हैं। पारस हाजीपुर (सु) के सांसद भी रहे हैं।

चिराग पासवान दो बार जमुई (सु) और अभी हाल ही में हाजीपुर (सु) से सांसद बनें हैं। ‘बाबूजी' के नाम से मशहूर जगजीवन राम ने बिहार की सियासत से दिल्ली तक की राजनीति का स्वर्णिम सफर तय किया। वर्ष 1946 में, वह जवाहरलाल नेहरू की अंतिम सरकार में श्रम मंत्री के रूप में सबसे कम उम्र के मंत्री बने। बाबू जगवजीन राम देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, उनकी बेटी इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री और मोरारजी देसाई की सरकार में लगातार मंत्री रहे। बाबू जगजीवन राम, उप प्रधानमंत्री,केंद्रीय संचार मंत्री, केंद्रीय परिवहन और रेलवे मंत्री, केंद्रीय परिवहन और संचार मंत्री, केंद्रीय श्रम, रोजगार और पुनर्वास मंत्री, केंद्रीय खाद्य और कृषि मंत्री, केंद्रीय रक्षा मंत्री, केंद्रीय कृषि और सिंचाई मंत्री के पद पर आसीन हुए। बाबू जगजीवन राम आठ बार लोकसभा सांसद रहे। वह आठ बार लगातार वर्ष 1952 से वर्ष 1984 तक लोकसभा सांसद रहे।बाबू जगजीवन राम वर्ष 1952 में शाहाबाद साउथ के सांसद बनें। इसके बाद वह 1957 से लगातार 1984 तक लगातार सात बार सासाराम (सु) के सांसद बनें। बाबू जगजीवन राम के निधन के बाद उनकी पुत्री मीरा कुमार ने उनकी राजनीतिक विरासत संभाली।

मीरा कुमार वर्ष 2004 की मनमोहन सिंह की सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री और वर्ष 2009 में जल संसाधन मंत्री रही हैं। मीरा कुमार लोकसभा की पहली महिला अध्यक्ष भी बनीं। मीरा कुमार पांच बार सांसद बनीं। वर्ष एक बार उत्तर प्रदेश की बिजनौर, दो बार दिल्ली की करोलबाग और दो बार बिहार की सासराम सीट से सांसद बनीं। दिग्गज कांग्रेस नेता और ललित नारायण मिश्रा योजना, श्रम और रोजगार मंत्रालय के संसदीय सचिव, गृह मामलों के उप मंत्री, उप वित्त मंत्री, रक्षा उत्पादन राज्य मंत्री ,विदेश व्यापार मंत्री और केन्द्रीय रेल मंत्री रहे हैं। ललित नारायण मिश्रा वर्ष 1952 में दरभंगा-भागलपुर संसदीय सीट से पहली बार सांसद बनें। इसके बाद वह वर्ष 1957 में सहरसा से सांसद चुने गए। वर्ष 1972 दरभंगा उपचुनाव में जीत हासिल कर वह सांसद बनें। स्वर्गीय ललित नारायण मिश्रा दो बार राज्यसभा सांसद भी रहे।

ललित नारायण मिश्रा के छोटे भाई पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद जगन्नाथ मिश्रा, पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री और कृषि मंत्री रहे हैं। यशवंत सिन्हा, चंद्रशेखर की सरकार में वित्त मंत्री जबकि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री और विदेश मंत्री रहे हैं। यशवंत सिन्हा के पुत्र जयंत सिन्हा, नरेन्द्र मोदी की सरकार मे वित्त राज्य मंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्री रहे हैं। यशवंत सिन्हा तीन बार हजारीबाग के सांसद के अलावा राज्यसभा सांसद भी रहे हैं जबकि उनके पुत्र जयंत सिन्हा दो बार हजारीबाग के सांसद बनें। दिग्गज कांग्रेस नेता महेश कुमार सिन्हा की पुत्री कृष्णा साही, राजीव गांधी की सरकार में मानव संसाधन विकास और जल संसाधन मंत्री रही हैं। कृष्णा साही, पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में उद्योग, भारी उद्योग, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में भी मंत्री रही हैं। कृष्णा शाही की छोटी बहन उषा सिंह, चंद्रशेखर की सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री बनी थी। कृष्णा साही तीन बार बेगूसराय की सांसद बनीं जबकि उनकी बहन वैशाली की सांसद रही हैं।

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