Edited By Ramanjot, Updated: 28 Dec, 2022 04:54 PM

चिराग पासवान ने अमित शाह को अपनी पार्टी का ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में सरकारी संरक्षण में शराब माफिया फल-फूल रहा है और राज्य में वैसे तो शराबबंदी है लेकिन बड़ी संख्या में लोग जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं। उन्होंने कहा,...
नई दिल्लीः लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष एवं लोकसभा सदस्य चिराग पासवान ने गृह मंत्री अमित शाह से मंगलवार को मुलाकात की और बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था चरमरा गई है।
अमित शाह से मुलाकात की जानकारी खुद चिराग ने ट्वीट करते हुए दी। है उन्होंने लिखा, "आज नई दिल्ली में भारत सरकार के केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री आदरणीय अमित शाह से मुलाकात में बिहार में बढ़ रहे अपराध, भू-माफियाओं की मनमानी, बालू खनन, जहरीली शराब से मौतें और छात्रों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर पत्र के माध्यम से दे रहा"

"बिहार में खत्म हो गया है कानून का राज"
चिराग पासवान ने अमित शाह को अपनी पार्टी का ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में सरकारी संरक्षण में शराब माफिया फल-फूल रहा है और राज्य में वैसे तो शराबबंदी है लेकिन बड़ी संख्या में लोग जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना गलत नहीं होगा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है।'' उन्होंने अमित शाह को सौंपे गए पत्र को ट्विटर पर साझा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार से भू-माफियाओं को संरक्षण मिल रहा है और राज्य में अपराधियों का बोलबाला है।

बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कटु आलोचक माने जाने वाले चिराग पासवान ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। चिराग पासवान नीतीश कुमार के विरोध के कारण 2020 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर हो गए थे। नीतीश कुमार के राजग से बाहर निकलने के साथ, वह भाजपा के करीब आ गए हैं और राज्य में हाल के उपचुनावों में उनके उम्मीदवार के लिए प्रचार भी किया है, जिससे ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों दलों के बीच गठबंधन जल्द ही औपचारिक रूप ले सकता है।