Edited By Ramanjot, Updated: 24 Mar, 2025 12:52 PM

दरअसल, पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मृत बच्चे के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टर पैसे ऐंठने के चक्कर में उनके 10 महीने के मृत बच्चे का इलाज करते रहे। जब शव से बदबू आने लगी तो उन लोगों ने...
Bihar News: वैसे तो डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है, क्योंकि वह लोगों की ज़िंदगी बचाने का काम करते हैं। लेकिन, बिहार में एक डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगे हैं। कहा जा रहा है कि डॉक्टर मृत बच्चे का तीन दिनों तक इलाज करते रहे। वहीं जब बॉडी से बदबू आने लगी तो उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया। यह हैरान कर देने वाला मामला राजधानी पटना से सामने आया है।
48 घंटे पहले ही हो गई थी मौत
दरअसल, पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मृत बच्चे के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टर पैसे ऐंठने के चक्कर में उनके 10 महीने के मृत बच्चे का इलाज करते रहे। जब शव से बदबू आने लगी तो उन लोगों ने मृत बच्चे को दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया। दूसरे अस्ताल में भर्ती कराने पर वहां के डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे की मौत 48 घंटे पहले ही हो गई है।
आवेदव देने से इनकार
बच्चे की मां अनिमा ने बताया कि बुधवार को उनके बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हुई तो उसे अस्ताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल लाने के दो-तीन घंटे के बाद ही बच्चे की मौत हो गई थी, लेकिन डॉक्टर मरे हुए बच्चे को जिंदा बताकर पैसे लेते रहे। परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही करने का भी आरोप लगाया। उनका कहना है कि अस्पताल हमसे माफी मांगे। वहीं इस मामले में गांधी मैदान थानेदार राजेश कुमार ने बताया कि शनिवार को परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हालांकि, उन्होंने आवेदव देने से मना कर दिया है।