Edited By Swati Sharma, Updated: 06 Dec, 2024 01:23 PM
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय (Minister Mangal Pandey) ने गुरुवार को कहा कि खेतों में मिट्टी की उर्वरा-शक्ति बढ़ाकर किसानों की आय को दोगुना किया जाएगा। पांडेय ने गुरुवार को यहां विश्व मृदा दिवस के अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन...
पटना: बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय (Minister Mangal Pandey) ने गुरुवार को कहा कि खेतों में मिट्टी की उर्वरा-शक्ति बढ़ाकर किसानों की आय को दोगुना किया जाएगा। पांडेय ने गुरुवार को यहां विश्व मृदा दिवस के अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद कहा, 'वर्षों से हम लगातार मिट्टी का दोहन कर रहे हैं। एक तरफ सघन खेती के क्रम में हम रासायनिक खादों एवं अन्य कृषि रसायनों का अंधाधुंध प्रयोग कर रहे हैं तो दूसरी तरफ मिट्टी के स्वास्थ्य के सुधार के लिए कोई उपाय नहीं कर रहे हैं।'
मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वज खेती करने के साथ-साथ इसका भी ख्याल रखते थे कि मिट्टी की दशा में कैसे सुधार की जाए, जिससे मिट्टी की ऊर्वरा-शक्ति बनी रहे। वे इसके लिए गोबर की खाद का प्रयोग, फसल अवशेष को खेत में पलटना, हरी खाद का प्रयोग, रबी फसल की कटाई के बाद खेतों की गहरी जुताई करना, फसल चक्र में दलहनी फसलों की खेती करना, खेत को एक फसल के बाद खाली छोड़ना आदि शष्य क्रियाएं किया करते थे।
'सभी किसानों को जागरूक करेंगे कि...'
पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल पांच लाख मिट्टी नमूनों की जांच का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें अब तक 4,17,789 मिट्टी नमूनों का संग्रहण हो चुका है तथा 2,87,672 मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किया जा चुका है। इस अवसर पर हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि सभी किसानों को इसके लिए जागरूक करेंगे कि वे अपने खेतों में संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें, न कि अंधाधुंध उर्वरक का प्रयोग करें।