Edited By Ramanjot, Updated: 19 Aug, 2025 11:56 AM

पटना–पूर्णिया एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा को तेज और सुविधाजनक बनाएगा, बल्कि व्यापार, निवेश और पर्यटन को भी नई उड़ान देगा। यह परियोजना सीमांचल के लोगों के लिए रोजगार और विकास की नई संभावनाएं लेकर आएगी।
Patna-Purnia Expressway: बिहार की सबसे महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं में से एक पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे को केंद्र सरकार ने औपचारिक रूप से राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे का दर्जा प्रदान कर दिया है। यह बिहार का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जो पूरी तरह से राज्य की सीमाओं के भीतर निर्मित होगा। इस एक्सप्रेसवे से पटना से पूर्णिया की दूरी महज ढाई से तीन घंटे में तय की जा सकेगी।
तेज गति से हो भूमि अधिग्रहण कार्य: मुख्य सचिव
बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने निर्देश दिया है कि परियोजना से जुड़े 6 जिलों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज गति से पूरी की जाए ताकि समय पर निर्माण कार्य शुरू हो सके। राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर इस परियोजना को तय समय पर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
तीन घंटे में पूरा होगा सफर
आपको बता दें कि एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद पटना से पूर्णिया का सफर महज तीन घंटे में पूरा हो सकेगा। इससे सीमांचल क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को नई रफ्तार मिलेगी।

एनएच-22 से पूर्णिया के हंसदाह से जुड़ेगा मार्ग
यह मार्ग एनएच-22 (हाजीपुर के पास मीरनगर अरेज़ी) से शुरू होकर नरहरपुर, हरलोचनपुर, बाजिदपुर, सरौंजा, रसना, परोरा और फतेहपुर से गुजरते हुए पूर्णिया जिले के हंसदाह (NH-27, ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर) से जुड़ेगा।

विकास की ओर कदम
पटना–पूर्णिया एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा को तेज और सुविधाजनक बनाएगा, बल्कि व्यापार, निवेश और पर्यटन को भी नई उड़ान देगा। यह परियोजना सीमांचल के लोगों के लिए रोजगार और विकास की नई संभावनाएं लेकर आएगी।

वहीं पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “पटना–पूर्णिया एक्सप्रेसवे का राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे-9 के रूप में अधिसूचित होना बिहार के लिए गर्व का क्षण है। इस परियोजना की घोषणा के बाद से कार्य तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है और राज्य सरकार इसे समय पर पूरा करने के लिए केंद्र सरकार को हर आवश्यक सहयोग प्रदान कर रही है तथा आगे भी करती रहेगी।”