Edited By Swati Sharma, Updated: 03 Feb, 2025 02:54 PM
बिहार में इस साल विधानसभा का चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) होने वाला है। इसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं। वहीं, जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने दलित समाज के उत्थान के लिए पार्टी का विजन पेश किया...
पटना: बिहार में इस साल विधानसभा का चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) होने वाला है। इसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं। वहीं, जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने दलित समाज के उत्थान के लिए पार्टी का विजन पेश किया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने तय किया है कि जब व्यवस्था में जन सुराज आएगा तो राजनीतिक भागीदारी के साथ दलित समाज के उत्थान के लिए पांच वादे पूरे किए जाएंगे।
चुनाव से पहले दलित समाज से प्रशांत किशोर के 5 वादे
किशोर ने बिहार सत्याग्रह आश्रम में सोमवार को जन सुराज अंबेडकर संवाद कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि पहला वादा दलित समाज के बच्चों के लिए है, क्योंकि सिर्फ तीन प्रतिशत दलित छात्र ही 12वीं पास कर पाते हैं। इसलिए जो भी 10 वीं पास करेगा और 50 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाएगा उसे आगे की पढ़ाई के लिए 2000 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी और साथ ही मौजूदा अंबेडकर छात्रावास का जीर्णोद्धार किया जाएगा। दूसरी सबसे बड़ी समस्या है कि दलितों के पास जमीन नहीं है, इसलिए जन सुराज वादा कर रहा है कि अगले तीन साल में अभियान चलाकर 100 प्रतिशत भूमिहीन दलित परिवारों को तीन डिसमिल जमीन दी जाएगी।
जनसुराज के सूत्रधार ने कहा कि तीसरा दलितों को खेती से जोड़ने के लिए उन्हें सरकारी जमीन लीज पर दी जाएगी। इसके साथ ही हमारे जो युवा दलित साथी अपना स्वरोजगार शुरू करना चाहते हैं, लेकिन पूंजी के अभाव में ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें सरकारी गारंटी पर पूंजी मुहैया कराई जाएगी। जन सुराज का पांचवां और अंतिम वादा यह है कि जिस भी सीट पर दलित समुदाय की अच्छी आबादी है और उस सीट पर काबिल उम्मीदवार मौजूद है लेकिन सीट आरक्षित नहीं है तो उस सीट पर भी दलित समुदाय के व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा।