Edited By Swati Sharma, Updated: 14 Jul, 2025 10:40 AM

Bihar Politics: जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार की मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठाते हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली बिहार सरकार पर आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP)-नीतीश शासन के दौरान...
Bihar Politics: जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार की मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठाते हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली बिहार सरकार पर आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP)-नीतीश शासन के दौरान बिहार की मतदाता सूची में विदेशी नागरिकों के नाम जोड़े गए हैं।
प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार बदलाव यात्रा के दौरान सहरसा के सौर बाजार में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आरोप लगाया कि नेपाल और बांग्लादेश के नागरिकों को अवैध रूप से बिहार की मतदाता सूची में जोड़ा गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा दोनों से इस पर स्पष्टीकरण की मांग की और कहा कि बिहार के लोगों को यह जानने का हक है कि नेपाली और बांग्लादेशी नागरिकों ने राज्य की मतदाता सूची में अपना नाम कैसे दर्ज करवाया। किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिए कि कैसे विदेशी नागरिक न केवल बिहार के संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा रहे हैं।
सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही- Prashant Kishor
जनसुराज के सूत्रधार ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी की आलोचना की और राज्य की आंतरिक सुरक्षा के बारे में उनकी क्षमता और समझ पर सवाल उठाया। जनसुराज नेता ने कहा कि चौधरी को कानून-व्यवस्था की कोई समझ नहीं है। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है और पुलिस प्रशासन अप्रभावी हो गया है।