Edited By Swati Sharma, Updated: 16 Oct, 2024 01:23 PM
बिहार में नवगठित राजनीतिक दल ‘जन सुराज' ने राज्य की चार सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को अपने उम्मीदवार का ऐलान किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने तरारी विधानसभा सीट से प्रत्याशी की घोषणा की है। तरारी विधानसभा...
पटना: प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने बुधवार को बिहार की तरारी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए पूर्व उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एस के सिंह को उम्मीदवार बनाकर चुनावी राजनीति में अपना पहला कदम रखा। सिंह की उम्मीदवारी की घोषणा पटना में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान किशोर और उनकी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती ने की।
23 नवंबर को होगी उपचुनावों की मतगणना
बिहार की रामगढ़, तरारी, इमामगंज और बेलागंज सीटों के लिए उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे। उपचुनावों की मतगणना 23 नवंबर को होगी। ये सभी सीटें इस साल की शुरुआत में विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हो गई थीं। राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने किशोर ने खुलासा किया कि पार्टी अगले महीने होने वाले तीन अन्य सीटों पर उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम कुछ ही दिनों में घोषित कर देगी। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘दिवंगत एस के सिन्हा के अलावा बिहार से सेना के एकमात्र उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सिंह की उम्मीदवारी तरारी के लिए गर्व की बात है।'' उल्लेखनीय है कि भोजपुर जिले में आने वाली इस सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि यहां से, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (‘इंडिया') में शामिल भाकपा (माले) के विधायक सुदामा प्रसाद लोकसभा के लिए निर्वाचित हो गए हैं।
वहीं, इस उपचुनाव में ‘जन सुराज' अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने वाली पहली पार्टी बन गई है, जबकि अन्य दलों ने अभी तक अपने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू नहीं की है। प्रशांत किशोर ने इस वर्ष 02 अक्टूबर को ‘जन सुराज' की शुरुआत करते हुए घोषणा की थी कि उनकी पार्टी चुनाव से काफी पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी ताकि उन्हें लोगों का आशीर्वाद लेने और प्रचार करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। बता दें कि कृष्ण सिंह ने नवंबर 2011 से लेकर दिसंबर 2013 में अपनी सेवानिवृत्ति तक भारतीय सेना के उप-प्रमुख (Vice Chief of Army Staff) के रूप में कार्य किया, जो कि सेना का दूसरा सबसे उच्च पद है। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 8 गोरखा राइफल्स की ओर से लड़ते हुए उन्होंने दुश्मनों को धूल चटाई थी।