Edited By Ramanjot, Updated: 04 Jul, 2024 08:44 AM
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प्रशांत किशोर ने बुधवार को जिले में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था कुछ दिन या माह में नहीं बिगड़ी है, जिसे कुछ समय में ही सुधार लिया जा सके। व्यवस्था को बिगड़ने में वर्षों लगे हैं। नीतीश सरकार ने व्यवस्था को सुधारने में...
सुपौल: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कभी गंभीर प्रयास नहीं किया।
"विद्यालयों में केवल खिचड़ी खाने जाते है छात्र-छात्रा"
प्रशांत किशोर ने बुधवार को जिले में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था कुछ दिन या माह में नहीं बिगड़ी है, जिसे कुछ समय में ही सुधार लिया जा सके। व्यवस्था को बिगड़ने में वर्षों लगे हैं। नीतीश सरकार ने व्यवस्था को सुधारने में कोई प्रयास कभी नहीं किया। महज कुछ माह से विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में कुछ कदम उठाने से इसमें सुधार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार के विद्यालयों में छात्र-छात्रा केवल खिचड़ी खाने जाते है और वापस घर लौट आते हैं। इसी प्रकार महाविद्यालयों में भी छात्र केवल डिग्री के लिए ही जाते हैं। पढ़ाई लिखाई से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है।
"नीतीश कुमार को पलटी मारने की आदत"
जन सुराज के संस्थापक ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सत्ता में बने रहने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सांठगांठ करने का आरोप लगाया और कहा कि कुमार ने यह शर्त रखी है कि अभी की छोड़िए ये तो चल रहा है। बिहार में विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को बहुमत मिलती है तो उन्हें ही मुख्यमंत्री मानना होगा, हां बदले केन्द्र वह सरकार को समर्थन देते रहेंगे। किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को पलटी मारने की आदत है। साल 2012 से अब तक सात बार पलटी मारी चुके है और वे कब क्या करेंगे कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में जातिगत व्यवस्था आजादी के 75 वर्ष बीतने के समय भी भारी है। हर जाति के नेता जातिगत व्यवस्था के अंदर पक्ष में हो या विपक्ष में रहकर अपनी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे है। समाज के लोग यदि जातिगत व्यवस्था से नहीं निकलेंगे तो बिहार कभी भी तरक्की की राह पर नहीं आएगा।