Edited By Khushi, Updated: 16 Aug, 2025 01:00 PM

रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का पार्थिव शरीर आज यानी शनिवार सुबह रांची लाया गया। झामुमो और कांग्रेस के कई नेता हवाई अड्डे पहुंचे और रामदास सोरेन को पुष्पांजलि अर्पित की।
रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का पार्थिव शरीर आज यानी शनिवार सुबह रांची लाया गया। झामुमो और कांग्रेस के कई नेता हवाई अड्डे पहुंचे और रामदास सोरेन को पुष्पांजलि अर्पित की।
LIVE UPDATES:-
- रामदास सोरेन को विधानसभा में दी गई अंतिम विदाई
- JMM सांसद महुआ माजी ने झारखंड के मंत्री और JMM नेता रामदास सोरेन के निधन पर कहा, "रामदास सोरेन ज़मीन से जुड़े नेता थे, उन्होंने गुरुजी के साथ मिलकर आंदोलन किया था। उन्होंने बहुत संघर्ष किया और आज उन्हें ये पद मिला; वे मंत्री बने लेकिन ऐसे समय में उनका जाना उनके परिवार, JMM परिवार और राज्य के लिए बहुत बड़ा झटका है... वे बिल्कुल स्वस्थ थे। उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है। वे हमारे दिलों-दिमाग में हमेशा रहेंगे।"
- कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय ने झारखंड के मंत्री और JMM नेता रामदास सोरेन के निधन पर कहा, "...ऐसा लगता है कि झारखंड पर कोई काला साया छा गया है...यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, इतनी कम उम्र में उनका निधन झारखंड के लिए बहुत बड़ी क्षति है।"
- भाजपा नेता रविन्द्र कुमार राय ने झारखंड के मंत्री और JMM नेता रामदास सोरेन के निधन पर कहा, "रामदास सोरेन एक अच्छे जमीनी कार्यकर्ता थे और सार्वजनिक जीवन में अपने समर्पण के लिए जाने जाते थे। हम सभी उनके असामयिक निधन से दुखी हैं... हम ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं... यह एक अपूरणीय क्षति है।"
- मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर आज एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा
- राज्यपाल ने दिवगंत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को विधानसभा में पहुंचकर दी श्रद्धा अंजलि

- पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी दुख व्यक्त करते हुए कहा –"बाबा बैद्यनाथ से प्रार्थना है कि वे रामदास सोरेन की आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को यह असीम दुख सहने की शक्ति दें।"
- राज्य की मंत्री दीपिका पांडेय ने कहा –"रामदास सोरेन जी के योगदान और जनसेवा को सदैव याद किया जाएगा। उनका जाना झारखंड के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।"
- मंत्री दीपक बिरुआ ने एक भावुक पंक्ति में अपने साथी को याद करते हुए लिखा "बस इतना याद रहेगा जीवनभर ‘एक साथी और भी था’। अंतिम जोहार मेरे भाई।"
- मंत्री सुदिव्य सोनू ने कहा कि रामदास दा के रूप में आज मैंने अपना एक अभिभावक खो दिया। आदरणीय रामदास सोरेन जी का निधन झारखण्ड के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके जाने से हमने एक जुझारू नेता, संवेदनशील जनप्रतिनिधि और एक मार्गदर्शक को खो दिया है। पूरा झामुमो परिवार इस कठिन समय में शोकाकुल परिवार के साथ खड़ा है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार एवं उनके चाहने वालों को यह कठिन दुख सहने की शक्ति दे।
- राज्यपाल संतोष गंगवार ने भी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा "रामदास सोरेन जी का आकस्मिक निधन राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।"
- पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भी गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा "रामदास सोरेन जी के निधन की दुखद सूचना से व्यथित हूं। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें। अंतिम जोहार!"
- नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस क्षति को झारखंड की राजनीति और समाज के लिए "अपूरणीय" बताया। उन्होंने लिखा "झामुमो के वरिष्ठ नेता और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन जी का निधन न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक और राजनीतिक क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को संबल प्रदान करें।"
- आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा – "माननीय शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन जी के असमय देहावसान की सूचना अत्यंत पीड़ादायक है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे। ॐ शांति॥"
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर बेहद भावुक शब्दों में शोक जताते हुए लिखा है कि "ऐसे छोड़ कर नहीं जाना था रामदास दा... अंतिम जोहार दादा..."
- पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार उनके पैतृक गांव घोरबाधा में रामदास सोरेन का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इधर, मऊभंडार में शोकसभा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सुबह से ही तैयारी शुरू हो गई थी।
- सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर को विधानसभा ले जाया जाएगा जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद पार्थिव शरीर को सीधे सड़क मार्ग से उनके घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के घाटशिला-मऊभंडार ताम्र प्रतिभा मैदान लाकर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।

- राज्य मंत्री रामदास सोरेन का पार्थिव शरीर रांची लाया गया। झामुमो और कांग्रेस के कई नेता हवाई अड्डे पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की।

- रामदास सोरेन के निधन पर कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने कहा, ये दुखद खबर है हमारे लिए और पूरे राज्य के लिए अपूर्णीय क्षति है। वह सीधे, सरल, शालीन और ईमानदार व्यक्ति थे और ईमानदारी से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे थे...वह प्रयास कर रहे थे कि कैसे शिक्षा में बेहतर सुधार हो...वह अचानक से गिर पड़े और फिर लंबे समय से अस्पताल में रहे और लेकिन उनकी निधन की खबर मिली तो निश्चित तौर से हम लोगों के लिए दुखद खबर है।"
- रामदास सोरेन के निधन पर भाजपा नेता प्रतुल शाह देव ने कहा, 'इस खबर ने बिल्कुल झकझोर के रख दिया है 12 दिन के भीतर झारखंड में दो बढ़े हमारे महापुरुषों का चले जाने बड़ी दुख की बात है, रामदास जी को झारखंड आंदोलन का स्तंभ माना जाता था ...उनका जाना बहुत बड़ी शून्यता छोड़कर गया है इससे पहले गुरू जी गए इनके जाने के बाद झारखंड पूरा मर्माहत था लेकिन ये दुख कम भी नहीं हुआ था कि एक बड़ा झटका और झारखंड को लगा है। बीजेपी दुख व्यक्त करती है और आशा व्यक्त करती है... रामदास जी बहुत बड़े इंसान थे 44 साल तक उन्होंने अपने विचारों को नहीं बदला था अलग राज्य के लिए हमेशा लड़े थे, पूरे झारखंड में आज शोक की लहर है...'
रामदास सोरेन के निधन से झामुमो ही नहीं, पूरा झारखंड एक सच्चे जननेता से वंचित हो गया है। उनका सरल स्वभाव, जनसेवा के प्रति निष्ठा और राजनीतिक प्रतिबद्धता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी। रामदास सोरेन के निधन की खबर झारखंड के लिए दोहरा दुख लेकर आई है। इससे पहले, 4 अगस्त को दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन हुआ था। एक महीने के भीतर राज्य ने दो बड़े आदिवासी नेताओं को खो दिया है, जो झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। संयोगवश, आज ही शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म भी है। रामदास सोरेन कोल्हान क्षेत्र में एक लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता माने जाते थे। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता थे। उन्होंने घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से 2009, 2019 और 2024 में तीन बार जीत दर्ज की थी। 2009 में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तीन बार के विधायक डॉ. प्रदीप बालमुचू को हराकर अपनी राजनीतिक ताकत साबित की थी।
बता दें कि रामदास सोरेन का दिल्ली के एक निजी अस्पताल में बीते शुक्रवार रात निधन हो गया। रामदास सोरेन को 2 अगस्त को आवास में बाथरूम में गिरने के बाद जमशेदपुर से राष्ट्रीय राजधानी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोरेन (62) की हालत गंभीर थी और जब से ही उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था।