Edited By Ramanjot, Updated: 05 Jun, 2025 05:43 PM
1985 में भोरे सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट अनिल कुमार ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1990 और 1995 में भोरे सीट से जनता दल के टिकट पर इंद्रदेव मांझी ने विरोधियों को मात दे दिया था। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी...
Bhorey Assembly Seat: भोरे विधानसभा सीट गोपालगंज लोकसभा के तहत आता है। 1957 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट रामबली पांडे ने जीत हासिल की थी। वहीं 1957 में हुए चुनाव में भी गोपालगंज सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट कमला राय ने अपनी जीत बरकरार रखी थी। 1962,1967,1969 और 1972 में यहां से कांग्रेस की टिकट पर राजमंगल मिश्रा ने लगातार चार बार जनता का समर्थन जीत लिया था। 1977 में भोरे सीट से जनता पार्टी के कैंडिडेट जमुना राम ने सभी विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। वहीं 1980 में भोरे सीट पर कांग्रेसी कैंडिडेट अलगू राम ने जीत हासिल की थी।

1985 में भोरे सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट अनिल कुमार ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1990 और 1995 में भोरे सीट से जनता दल के टिकट पर इंद्रदेव मांझी ने विरोधियों को मात दे दिया था। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी कैंडिडेट आचार्य विश्वनाथ बैठा ने जीत हासिल की थी। 2005 में भोरे सीट से आरजेडी कैंडिडेट अनिल कुमार ने जीत हासिल की थी। वहीं 2010 में बीजेपी के टिकट पर इंद्रदेव माझी ने एक बार फिर भोरे सीट पर जीत का परचम लहरा दिया था। 2015 में यहां से कांग्रेसी कैंडिडेट अनिल कुमार ने जीत हासिल की थी। वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में यहां जेडीयू कैंडिडेट सुनील कुमार ने बाजी पलट दिया था। अभी सुनील कुमार बिहार के शिक्षा मंत्री हैं। इसलिए इस बार उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
Bhorey Assembly Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
2020 के विधानसभा चुनाव में भोरे सीट से जेडीयू कैंडिडेट सुनील कुमार ने जीत का परचम लहराया था। सुनील कुमार को 74 हजार 67 वोट मिला था तो सीपीआई एमएल एल उम्मीदवार जितेंद्र पासवान 73 हजार छह सौ पांच वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से सुनील कुमार ने जितेंद्र पासवान को महज चार सौ 62 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं आठ हजार दस वोट के साथ नोटा तीसरे नंबर पर रहा था।
Bhorey Assembly Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में भोरे सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट अनिल कुमार ने जीत हासिल की थी। अनिल कुमार को 74 हजार तीन सौ 65 वोट मिला था तो बीजेपी कैंडिडेट इंद्रदेव माझी को 59 हजार चार सौ 94 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अनिल कुमार ने इंद्रदेव माझी को 14 हजार आठ सौ 71 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं सीपीआई एमएल एल कैंडिडेट जितेंद्र पासवान, 14 हजार 11 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
Bhorey Assembly Seat Result 2010 ।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में भोरे सीट से बीजेपी कैंडिडेट इंद्रदेव माझी ने जीत हासिल की थी। इंद्रदेव मांझी को 61 हजार चार सौ एक वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट बच्चन दास ने 17 हजार आठ सौ 31 वोट हासिल किया था। इस तरह से इंद्रदेव माझी ने बच्चन दास को 43 हजार पांच सौ 70 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट अनिल कुमार, 14 हजार सात सौ 98 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Bhorey Assembly Seat Result 2005 ।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में भोरे सीट से आरजेडी कैंडिडेट अनिल कुमार ने जीत हासिल की थी। अनिल कुमार को 33 हजार 81 वोट मिला था तो बीजेपी कैंडिडेट इंद्रदेव माझी ने 27 हजार एक सौ 90 वोट हासिल किया था। इस तरह से अनिल कुमार ने इंद्रदेव माझी को 5 हजार आठ सौ 91 वोट से हरा दिया था। वहीं वहीं सीपीआई एमएल एल के कैंडिडेट रामनरेश राम, 15 हजार तीन सौ 82 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

भोरे विधानसभा सीट पर रविदास और कोइरी जाति के मतदाताओं की संख्या 30 फीसदी से अधिक है। वहीं यहां मुस्लिम और यादव वोटरों की भी अच्छी खासी संख्या है। पिछली बार जेडीयू और लेफ्ट कैंडिडेट के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। इसलिए इस बार दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला होना तय है।