Edited By Ramanjot, Updated: 06 Jun, 2024 05:23 PM
![tributes paid on 50 years of jp s call for sampooran kranti](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_17_22_532295340jp-ll.jpg)
'जेपी' के नेतृत्व में बिहार में आंदोलन ने 'संपूर्ण क्रांति' का रूप ले लिया और राज्य में तत्कालीन गफूर मंत्रिमंडल के इस्तीफे की शुरुआती मांग अंततः इंदिरा गांधी सरकार को बर्खास्त करने की एक बड़ी मांग में बदल गई। वर्ष 1970 के दशक के उथल-पुथल भरे दौर...
पटना: समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण ने 50 साल पहले, पांच जून, 1974 को ऐतिहासिक गांधी मैदान में 'सम्पूर्ण क्रांति' का आह्वान किया था और उनके आदर्श वाक्य आज भी लोगों को उस दौर में ले जाते हैं। ‘जेपी' के तौर पर लोकप्रिय जयप्रकाश नारायण ने उस दिन एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, "...हम सम्पूर्ण क्रांति चाहते हैं, इससे कम कुछ नहीं"। उस ऐतिहासिक क्षण के बाद पांच दशक बीत चुके हैं और बिहार की राजधानी में बहुत कुछ बदल गया है, लेकिन 'जेपी' के आदर्श वाक्य राजनीतिक भाषणों, प्रतिमाओं, राज्य में पुलों, सार्वजनिक भवनों, मार्गों, संस्थानों और कुछ सड़कों के नामों में ‘जीवित' हैं।
'जेपी' के नेतृत्व में बिहार में आंदोलन ने 'संपूर्ण क्रांति' का रूप ले लिया और राज्य में तत्कालीन गफूर मंत्रिमंडल के इस्तीफे की शुरुआती मांग अंततः इंदिरा गांधी सरकार को बर्खास्त करने की एक बड़ी मांग में बदल गई। वर्ष 1970 के दशक के उथल-पुथल भरे दौर में 'बिहार आंदोलन' के कारण देश में आपातकाल लागू हुआ। बुधवार को पटना जिला प्रशासन ने 'लोकनायक' के नाम से जाने जाने वाले समाजवादी नेता ‘जेपी' को गांधी मैदान के सामने एक चौराहे पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस चौराहे पर उनकी एक भव्य प्रतिमा है। प्रतिमा के चबूतरे पर कुछ पंक्तियां भी अंकित हैं। इन पंक्तियों को कवि रामधारी सिंह 'दिनकर' ने जयप्रकाश नारायण और सामाजिक न्याय के लिए उनके संघर्ष को लेकर लिखी थीं। ये पंक्तियां हैं ‘‘सेनानी करो प्रयाण अभी, भावी इतिहास तुम्हारा है; ये तख्त आभा के बुझते हैं, सारा आकाश तुम्हारा है।''
पटना में 'जेपी' की एक और भव्य प्रतिमा है। यह शहर के बीचोंबीच आयकर चौराहे पर स्थित है। यहां भी उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। लोकनायक की यादें शहर के हवाईअड्डे, कुछ साल पहले पूरे हुए नए गंगा पुल ‘जेपी सेतु', डाकबंगला चौराहे पर नयी सार्वजनिक इमारत ‘लोकनायक जयप्रकाश भवन' से लेकर कंकड़बाग इलाके में लंबी सड़क ‘जेपी सेनानी पथ' और ऐसी अन्य जगहों पर उनके ‘संपूर्ण क्रांति' के आह्वान को एक तरह से ताजा कर देती हैं। पटना में किया गया ‘संपूर्ण क्रांति' का आह्वान दिल्ली तक फैला जहां रामलीला मैदान में विशाल जनसभा को ‘जेपी' ने संबोधित किया था।