Edited By Ramanjot, Updated: 01 May, 2025 05:50 PM
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1967 में निर्दलीय एच.पी. शाही विधायक बने। 1969, 1972 और 1977 में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। 1969 में गौरीशंकर पांडेय, 1972 में कृष्ण मोहन पांडेय और 1977 में फिर से गौरी शंकर पांडेय...
Bettiah Assembly Seat: बिहार के दो सौ 43 विधानसभा सीटों में से एक बेतिया विधानसभा सीट है। पश्चिम चंपारण जिले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। बता दें कि इससे पहले यह सीट बेतिया लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता था। यह सीट तो 1951 से ही अस्तित्व में है लेकिन समय-समय पर परिसीमन के बाद इसकी सीमाएं परिवर्तित होती रहीं है। 1951 में इस सीट पर पहली बार चुनाव हुए और कांग्रेस के प्रजापति मिश्रा विधायक चुने गए। हालांकि साल भर बाद ही 1952 में इस सीट पर उपचुनाव हुए और कांग्रेस की ही केतकी देवी विधायक चुनी गईं। साल 1957 में इस सीट से जय नारायण प्रसाद और जगन्नाथ प्रसाद स्वतंत्र दोनों ही कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुने गए। बता दें कि 1957 के चुनाव में कुछ सीटों पर दो विधायक चुने गए थे। 1962 में भी कांग्रेस के जय नारायण प्रसाद एक बार फिर से विधायक चुने गए।

1967 में निर्दलीय एच.पी. शाही विधायक बने। 1969, 1972 और 1977 में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा। 1969 में गौरीशंकर पांडेय, 1972 में कृष्ण मोहन पांडेय और 1977 में फिर से गौरी शंकर पांडेय विधायक चुने गए। इसके बाद 1980 में गौरी शंकर पांडेय एक बार फिर से विधायक चुने गए। 1985 में भी गौरी शंकर पांडेय ही विधायक चुने गए और 1990 में यह सीट बीजेपी उम्मीदवार मदन प्रसाद जायसवाल विधायक चुने गए। 1995 में यह सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई और जनता दल के बीरबल यादव विधायक बने। इसके बाद 2000, 2005 और 2010 में इस सीट पर लगातार चार बार बीजेपी की रेणु देवी विधायक चुनी गईं। 2015 में इस सीट पर मदन मोहन तिवारी विधायक चुने गए। 2020 में बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर रेणु देवी ने मदन मोहन तिवारी को मात दे दिया था।
एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में बेतिया सीट पर बीजेपी उम्मीदवार रेणु देवी 84 हजार चार सौ 96 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे। रेणु देवी ने कांग्रेस उम्मीदवार मदन मोहन तिवारी को हरा कर जीत का परचम लहराया था। तिवारी को 66 हजार चार सौ 17 वोट मिला था। वहीं 2 हजार 17 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी ने जीत हासिल की थी। तिवारी ने रेणु देवी को 2 हजार तीन सौ 20 वोटों से हराया। मदन मोहन तिवारी को कुल 66 हजार सात सौ 86 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहीं रेणु देवी को कुल 64 हजार चार सौ 66 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय समीर हसन को मात्र 2 हजार आठ सौ 51 वोट मिले थे।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार रेणु देवी ने निर्दलीय अनिल कुमार झा को 28 हजार सात सौ 89 वोटों से हराया। रेणु देवी को कुल 42 हजार 10 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर रहे अनिल कुमार झा को कुल 13 हजार दो सौ 21 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी को कुल 12 हजार चार सौ 99 वोट मिले थे।

रेणु देवी इधर से विवादों के साए में रही हैं लेकिन ये तो तय है कि बेतिया सीट से इस बार भी रेणु देवी ही चुनाव लड़ेंगी। ऐसे में महागठबंधन उम्मीदवार के लिए इस बार बेतिया से पटना पहुंचना आसान नहीं होगा।