Edited By Swati Sharma, Updated: 17 Aug, 2024 06:33 PM
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल के पिलर नंबर 9 का एक हिस्सा ढहने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। आखिर कमी कहां है जिसके कारण पुल टूट रहे हैं। सिर्फ एक पुल नहीं...
पटना: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल के पिलर नंबर 9 का एक हिस्सा ढहने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। आखिर कमी कहां है जिसके कारण पुल टूट रहे हैं। सिर्फ एक पुल नहीं बल्कि कई पुल टूट चुके हैं, ऐसा लगता है कि निर्माण में कोई कमी है, इसकी जांच होनी चाहिए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
"कहीं कोई राजनीतिक षड्यंत्र तो नहीं है कि...."
जीतन राम मांझी ने कहा कि हम यह भी कहना चाहते हैं कि आखिर इसी साल इतने सारे पुल क्यों टूट रहे हैं? कहीं कोई राजनीतिक षड्यंत्र तो नहीं है कि सरकार को बदनाम करने के लिए ये घटनाएं हो रही हैं। बता दें कि बिहार के भागलपुर में शनिवार की सुबह निर्माणधीन अगुवानी पुल के पिछले साल गिरे सुपर स्ट्रक्चर का बचा हुआ क्षतिग्रस्त हिस्सा हटाया गया है। इस दौरान गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण क्षतिग्रस्त हिस्सा गंगा नदी में समा गया।
जानकारी के अनुसार, निर्माणाधीन पुल का कुछ छतिग्रस्त हिस्सा वहां मौजूद था जिसे हाटाया जाना था लेकिन नदी में जलस्तर बढ़ने और बहाव होने की वजह से आज 17 अगस्त की सुबह करीब सात बजे वह हिस्सा नदी में समा गया। गंगा की लहरें लगभग 1 किलोमीटर तक हिलोरें लेने लगीं। यह पुल करीब 3.160 किमी लंबाई में बन रहा है, जिसकी लागत करीब 1710 करोड़ रुपए है। बता दें कि इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी, 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी। साथ ही नौ मार्च, 2015 को कार्यारंभ किया गया था। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले इस पुल के बनने से उत्तर बिहार का सीधा संपर्क मिर्जाचौकी के माध्यम से झारखंड से हो जाएगा। इसके साथ ही विक्रमशिला सेतु पर भी गाड़ियों का दबाव कम होगा।