जल संसाधन प्रबंधन पर बिहार के मुख्य सचिव ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के सचिव के साथ दिल्ली में की बैठक, कोसी-मेची लिंक परियोजना पर विस्तार से हुई चर्चा

Edited By Mamta Yadav, Updated: 10 Oct, 2024 10:01 PM

bihar chief secretary held a meeting with the secretary of the union ministry

बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीना की अध्यक्षता में सचिव, जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग देबाश्री मुखर्जी के साथ नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बिहार के जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष...

Patna News: बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीना की अध्यक्षता में सचिव, जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग देबाश्री मुखर्जी के साथ नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बिहार के जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल एवं विभाग के वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे। उक्त बैठक का उ‌द्देश्य जल संसाधन विभाग से जुड़े विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करना और उनके निराकरण हेतु ठोस उपायों को लागू करना था।
PunjabKesari
बैठक में सबसे पहले कोसी-मेची लिंक परियोजना पर विस्तार से चर्चा की गई। यह परियोजना न केवल बाढ़ नियंत्रण बल्कि सिंचाई और जल आपूर्ति के लिए भी महत्वपूर्ण है। परियोजना के क्रियान्वयन की प्रगति और इसमें आ रही चुनौतियों पर विचार करते हुए इसे शीघ्र पूरा करने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की गई। इंदापुरी जलाशय योजना और तिलैया दादर अपसरण योजना पर चर्चा हुई। इन योजनाओं के तहत जल सांचायान, वितरणा और जलाशयों के समुचित प्रबंधन पर विचार किया गया, ताकि इससे जुड़े सभी लाभार्थियों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। साथ ही गंगा नदी में पर्यावरणीय प्रवाह का निर्धारण भी बैठक काा एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा।
PunjabKesari
गंगा के सतत प्रवाह को बनाए रखने और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से इसका संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरणीय प्रवाह के मानकों को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया गया। गंगा नदी में पर्यावरणीय प्रवाह के निर्धारण पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे गंगा नदी की सतत प्रवाह सुनिश्चित हो सके। बैठक में व्यापक गाद प्रबंधन नीति पर भी चर्चा हुई।
PunjabKesari
बिहार की नदियों में गाद की समस्या को नियंत्रित करने और इसके प्रभावी प्रबंधन के लिए एक व्यापक और वैज्ञानिक नीति की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके लिए नदियों में गाद हटाने और उनके पुनः भराव को नियंत्रित करने के ठोस उपार्यों पर विचार किया गया। साथ ही, जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के अधिकारियों को ज्वाइंट प्रोजेक्ट ऑफिस में शामिल करने का मुद्दा उठाया गया, ताकि बिहार के जल संसाधन प्रबंधन परियोजनाओं में राज्य सरकार की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, नेपाल में प्रस्तावित वाटर ट्रांसफर/डायवर्सन परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई, जो क्षेत्रीय जल संसाधन प्रबंधन के लिए अहम हैं।
PunjabKesari
जल संसाधन के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने कहा कि बैठक में बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने और बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करने के उपार्यों पर चर्चा की गई। यह बैठक निश्चित ही बिहार में जल संसाधन प्रबंधन को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!