Edited By Ramanjot, Updated: 25 Aug, 2025 07:20 PM

बिहार में आपातकालीन सेवाओं का चेहरा बन चुकी ERSS डायल-112 हेल्पलाइन अब तक 43 लाख से अधिक नागरिकों को तत्काल मदद पहुँचा चुकी है।
पटना:बिहार में आपातकालीन सेवाओं का चेहरा बन चुकी ERSS डायल-112 हेल्पलाइन अब तक 43 लाख से अधिक नागरिकों को तत्काल मदद पहुँचा चुकी है। पुलिस मुख्यालय की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, राज्यभर में 1833 ERVS (1283 चार पहिया और 550 दो पहिया वाहन) तैनात हैं, जो औसतन 14 मिनट 30 सेकेंड के भीतर घटनास्थल पर पहुँचकर सहायता प्रदान करते हैं।
घरेलू हिंसा और महिला अपराध पर त्वरित कार्रवाई
पिछले तीन वर्षों में डायल-112 पर आए मामलों में से 3.75 लाख शिकायतें घरेलू हिंसा, महिला अपराध और बच्चों से जुड़े मामलों की थीं, जिन पर तत्काल कार्रवाई कर पीड़ितों को राहत दी गई।
झगड़े और सड़क हादसों में बना सहारा
- स्थानीय विवाद, झगड़े और हिंसात्मक घटनाओं के 22.10 लाख से अधिक मामलों में पुलिस टीम तुरंत पहुँची।
- 1.95 लाख सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को तत्काल मदद पहुंचाकर कई ज़िंदगियाँ बचाई गईं।
- वहीं, 1.18 लाख आगजनी की घटनाओं में फायर ब्रिगेड को तुरंत भेजकर जान-माल का नुकसान कम किया गया।
महिला सशक्तिकरण से जुड़ा नया अध्याय: सुरक्षित सफर सुविधा
6 सितंबर 2024 को बिहार सरकार ने ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ शुरू की, जो अकेले सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षित गंतव्य तक पहुँचाने में मदद करती है। अब तक 165 से अधिक महिलाओं ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। उल्लेखनीय है कि बिहार देश का तीसरा राज्य है जिसने यह सेवा लागू की है।
महिला पुलिस द्वारा संचालित कॉल सेंटर
डायल-112 का कॉल सेंटर पूरी तरह से प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मियों द्वारा संचालित है, जिससे महिलाओं और बच्चों से जुड़ी शिकायतों को और संवेदनशील तरीके से निपटाया जा रहा है।