Edited By Harman, Updated: 05 Jun, 2025 08:40 AM

लोक जनशक्ति पार्टी (रामिवलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मुजफ्फरपुर की दलित बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।...
Bihar News: लोक जनशक्ति पार्टी (रामिवलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मुजफ्फरपुर की दलित बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। लोजपा-रामविलास ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जानकारी दी है कि चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मुजफ्फरपुर की दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
"दुष्कर्म के आरोपियों के साथ PMCH अस्पताल के डॉक्टर और प्रशासनिक स्टाफ भी उतने ही दोषी"
चिराग पासवान ने पत्र में कहा कि 26 मई को मुज़फ्फरपुर जिले के कुढ़नी क्षेत्र में नौ वर्षीय दलित बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म और फिर नृशंस हत्या की प्रयास की घटना ने सम्पूर्ण बिहार को झकझोर दिया है। उन्होंने कहा कि यह हृदयविदारक घटना न केवल एक मासूम जीवन की बर्बर हत्या है, बल्कि हमारे राज्य की कानून व्यवस्था, सामाजिक चेतना और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की गहन विफलता को भी उजागर करती है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘पीड़िता ने छह दिनों तक जीवन के लिए संघर्ष किया, लेकिन एक जून को पीएमसीएच पटना में उसने दम तोड़ दिया। दुर्भाग्यवश, बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए लगातार छह घंटे तक उसे एम्बुलेंस में ही तड़पते हुए इंतज़ार करवाया गया।यह तथ्य अत्यंत पीड़ादायक है कि जिन दरिंदों ने उस मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, वे जितने दोषी हैं, उतने ही दोषी पीएमसीएच अस्पताल के डॉक्टर और प्रशासनिक स्टाफ भी हैं, जिन्होंने बच्ची को बचाने के लिए जरूरी उपचार देने के बजाय उसे एंबुलेंस में ही छोड़ दिया और उसके इलाज में अमूल्य समय गवां दिया। यह केवल लापरवाही नहीं, बल्कि मानवता के विरुद्ध अपराध है।''
"इस जघन्य अपराध में शामिल सभी आरोपियों को कठोरतम दंड दिया जाए"
चिराग पासवान ने पत्र में लिखा कि वह लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास ) के प्रतिनिधियों के रूप में पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिला चुके हैं। लेकिन जब तक शासन और प्रशासन दोनों स्तरों पर इस घटना से जुड़े हर दोषी पर सख्त और पारदर्शी कारर्वाई नहीं होती, तब तक न्याय अधूरा और अस्वीकार्य रहेगा। केन्द्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार से मांग की कि इस जघन्य अपराध में शामिल सभी बलात्कारियों को शीघ्र गिरफ़्तार कर उन्हें कठोरतम दंड दिया जाए। उन्होंने कहा कि पीएमसीएच अस्पताल प्रशासन, डॉक्टरों और कर्मचारियों की भूमिका की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए। इलाज में जानबूझकर देरी और अमानवीयता दिखाने वाले कर्मियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज कर तुरंत सेवा से निलंबन एवं कठोर विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
"मामले में त्वरित निर्णायक और उदाहरण स्थापित करने वाली कार्रवाई करें"
चिराग पासवान ने कहा कि यह घटना केवल एक बच्ची की मृत्यु नहीं है, यह हमारे सामाजिक तंत्र और राज्य की संवैधानिक जिम्मेदारी की विफलता का प्रतीक बन चुकी है। यदि इस पर भी शासन मौन रहा, तो यह मौन ही सबसे बड़ा अपराध बन जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार से अपेक्षा है कि वह इस मामले में त्वरित निर्णायक और उदाहरण स्थापित करने वाली कार्रवाई करेंगे।