Edited By Swati Sharma, Updated: 27 Nov, 2022 04:09 PM

इस योजना से 3 प्रमुख शहर राजगीर, गया और बोधगया, नवादा में सालों तक पेयजल की आपूर्ति की जा सकेगी। साल भर में 4 महीने होने वाली बरसात के मौसम में पानी को हाथीदह से पीस डिटेंशन टैंक में लाया जाएगा और वहां से इस जलाशय में पानी भरा जाएगा, जिससे बाकी बचे...
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट "गंगाजल आपूर्ति योजना" अब धरातल पर उतरने वाला है। 3 साल के प्रयास के बाद आज इस योजना को सीएम नीतीश ने जनता को सुपुर्द किया। इस योजना से गंगा नदी की जल धारा ऐसी जगहों पर उपलब्ध होगी, जिसके बारे में सोचना भी नामुमकिन था।

इस योजना से 3 शहरों में पहुंचेगा जल
इस योजना से 3 प्रमुख शहर राजगीर, गया और बोधगया, नवादा में सालों तक पेयजल की आपूर्ति की जा सकेगी। साल भर में 4 महीने होने वाली बरसात के मौसम में पानी को हाथीदह से पीस डिटेंशन टैंक में लाया जाएगा और वहां से इस जलाशय में पानी भरा जाएगा, जिससे बाकी बचे 8 महीने पेयजल के लिए जलापूर्ति और सिंचाई की योजना चलाई जाएगी। अब बिहार बाढ़ के पानी को पेयजल के रूप में उपयोग करने की देश की पहली योजना का भागीदार बनकर इतिहास रचने वाला है।

लाखों लोगों की बुझेगी प्यास
बता दें कि इस योजना के तहत राजगीर शहर के 19 वार्डों के करीब 8031 घरों, गया शहर के 53 वार्डों के 75000 घरों और बोधगया शहर के 19 वार्डों के 6000 घरों में शुद्ध पेयजल के रूप में ‘हर घर गंगाजल’ की आपूर्ति की जाएगी।
