Edited By Swati Sharma, Updated: 25 Dec, 2024 11:39 AM
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर सवाल खड़े करते हुए मंगलवार को कहा कि यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री को राज्य में बढ़ती गरीबी और पलायन को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ने की जरूरत है। भाकपा...
दरभंगा: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर सवाल खड़े करते हुए मंगलवार को कहा कि यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री को राज्य में बढ़ती गरीबी और पलायन को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ने की जरूरत है।
"बिहार के अन्दर लगातार अपराध की घटना बढ़ रही"
भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने यहां कहा कि मुख्यमंत्री कुमार प्रगति यात्रा पर हैं। वे बिहार में बढ़ती गरीबी और पलायन के प्रति चुप्पी तोड़ें। उन्होंने कहा कि बिहार के अन्दर लगातार अपराध की घटना बढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों को सरकार ने खुली छूट दे रखी है।
झा ने कहा कि सरकार घोषणा के मुताबिक गरीबों को गरीबी का आय प्रमाण पत्र निर्गत कर दो-दो लाख की सहायता दे। स्कीम वर्कर्स को न्यूनतम मजदूरी आधारित मासिक मानदेय की घोषणा करे। जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि 2025 का वर्ष कम्युनिस्ट पार्टी का शताब्दी वर्ष होगा। इस अवसर पर 26 दिसंबर को कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल- उपलब्धियां और चुनौतियां विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा।