Edited By Ramanjot, Updated: 05 Feb, 2025 08:03 PM
बिहार के नवादा में एक पूजा पंडाल ऐसा है, जहां पुरुषों की एंट्री बैन रहती है। इतनी ही नहीं, यहां पूजा-अर्चना से जुड़ी सभी रस्में भी महिलाएं निभाती हैं।
नवादा: बिहार के नवादा में एक पूजा पंडाल ऐसा है, जहां पुरुषों की एंट्री बैन रहती है। इतनी ही नहीं, यहां पूजा-अर्चना से जुड़ी सभी रस्में भी महिलाएं निभाती हैं। मामला नवादा स्थित महावीर मार्केट में नूतन उदया फाउंडेशन से जुड़ा है। इस फाउंडेशन ने अपनी अनूठी परंपरा को बरकरार रखते हुए इस साल भी सरस्वती पूजा का आयोजन पूरी तरह से महिलाओं ने किया। खास बात यह रही कि पूजा से लेकर प्रतिमा विसर्जन तक की सभी रस्में केवल महिलाओं ने निभाईं, जबकि पुरुषों की इस आयोजन में भागीदारी पूर्ण रूप से वर्जित रही।
विशेष बात यह है कि यहां पूजा के लिए महिला ब्राह्मण को आमंत्रित किया जाता है। महिलाओं ने भजन-कीर्तन के साथ पूजा-अर्चना की और प्रसाद वितरण भी किया। प्रतिमा विसर्जन के लिए सोमनाथ मंदिर तक का जुलूस भी महिलाओं ने ही निकाला।
फाउंडेशन की स्थापना भी सरस्वती पूजा के दिन ही हुई थी, जो महिला सशक्तिकरण का एक प्रतीक बन गई है। कार्यक्रम में जिले के प्रमुख व्यवसायी और डॉक्टर भी शामिल हुए। पुलिस प्रशासन ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए और जिला प्रशासन भी फाउंडेशन को हर संभव सहयोग प्रदान करता है।