Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Dec, 2024 02:33 PM
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक नहीं दो-दो सरकारी विद्यालय की जमीन बेच दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखंड के उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पचपकड़ी और उत्क्रमित मध्य विद्यालय...
मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक नहीं दो-दो सरकारी विद्यालय की जमीन बेच दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखंड के उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पचपकड़ी और उत्क्रमित मध्य विद्यालय फुलवरिया विद्यालयों की भूमि बेच दी गयी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व 2019 में 41 डिसमिल भूमि की रजिस्ट्री की गई है, जिस पर फुलवरिया मध्य विद्यालय कायम है। ढाका के अंचलाधिकारी ने फुलवरिया स्कूल की दाखिल खारिज खरीदने वाले के नाम पर कायम भी कर दिया है। यूं तो इस मध्य विद्यालय में शिक्षक भी पदस्थापित हैं और सैकड़ों बच्चे पढ़ने भी आते हैं, लेकिन कर्मचारी की रिपोर्ट के मुताबिक भूमि रिक्त घोषित की गई है, जिसपर विक्रेता का दखल-कब्जा बताया गया है।
ढाका के विधायक पवन जायसवाल ने उठाया ये मु्द्दा
सूत्रों ने बताया कि उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पचपकड़ी के विद्यालय परिसर की भूमि को बेच दिया गया है, जबकि उक्त भूमि विद्यालय परिसर के अंदर है और बच्चे उसे खेल मैदान के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इस जालसाजी को गोपनीय रखने के लिए ढाका में निबंधन कार्यालय होने के बावजूद उसकी रजिस्ट्री मोतिहारी निबंधन कार्यालय में कराई गई। दोनों ही मामलों को ढाका के विधायक पवन जायसवाल ने विधानसभा में भी उठाया है। विभागीय मंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है। मामले की जांच अपर समाहर्ता मुकेश सिंह कर रहे हैं। इस मामले में जांच अधिकारी ने भू माफिया और सीओ कार्यालय के द्वारा गड़बड़ी होने की बात कही है। उन्होंने स्वीकार किया कि यह गंभीर किस्म का अपराध है। इसमें सम्मिलित किसी भी कर्मचारी अथवा अधिकारी के साथ कोई रियायत नहीं की जा सकती।