Edited By Harman, Updated: 19 Oct, 2024 02:13 PM
बिहार के सरकारी स्कूल में एक शिक्षिका ने हिंदी विषय में मुहावरों को समझाने के लिए शराब को माध्यम बनाया। शराबबंदी वाले बिहार में शिक्षिका द्वारा मुहावरों का अर्थ समझाने के लिए शराब से जुड़े उदाहरण लिख डाले। शिक्षिका के इस तरह की शिक्षण पद्धति हर जगह...
पूर्वी चंपारण: बिहार के सरकारी स्कूल में एक शिक्षिका ने हिंदी विषय में मुहावरों को समझाने के लिए शराब को माध्यम बनाया। शराबबंदी वाले बिहार में शिक्षिका द्वारा मुहावरों का अर्थ समझाने के लिए शराब से जुड़े उदाहरण लिख डाले। शिक्षिका के इस तरह की शिक्षण पद्धति हर जगह चर्चा का विषय बन गई। वहीं इस बात को लेकर शिक्षा विभाग में खलबली मच गई।
मिली जानकारी के अनुसार, मामला बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखंड के जमुआ मध्य विद्यालय का है। यहां चौथी कक्षा के बच्चों को हिंदी पढ़ाते समय शिक्षिका ने ब्लैकबोर्ड पर मुहावरों का अर्थ समझाने के लिए शराब से जुड़े उदाहरण लिख डाले। इन उदाहरणों में 'हाथ-पैर फूलना' का अर्थ 'समय पर दारू का न मिलना', 'कलेजा ठंडा होना' का अर्थ 'एक पैग गले के नीचे उतारना' और 'नेकी कर दरिया में डाल' का अर्थ 'फ्री में दोस्तों को पिलाना' बताया गया।
ढाका के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने खबर वायरल होने के बाद मामले का तुरंत संज्ञान लिया।। वहीं घटना की पुष्टि करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि जमुआ मध्य विद्यालय में छात्रों को हिंदी विषय की पढ़ाई के दौरान ब्लैक बोर्ड पर शराब के उदाहरण देकर मुहावरों का अर्थ समझाया गया। साथ ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शराब का उदाहरण देकर पढ़ाई करवाने वाली शिक्षिका ने फोन पर संदेश भेज माफी मांगी है। लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षिका को भेजे गये पत्र में लिखित स्पष्टीकरण व उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र की मांग की है। साथ ही उन्होनें लिखा है कि ऐसी पढाई की जानकारी मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी भी काफी असहज महसूस कर रहे हैं।