Edited By Swati Sharma, Updated: 09 Aug, 2025 06:24 PM

Patna News: चुनाव आयोग के निर्देश पर बिहार में प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशन के बाद तीन वरिष्ठ अधिकारियों को बतौर रोल ऑब्जर्वर तैनात किया गया है। इन तीनों अधिकारियों को राज्य के विभिन्न प्रमंडलों का प्रभार सौंपा गया है, जहां वे मतदाता सूची के निरीक्षण...
Patna News: चुनाव आयोग के निर्देश पर बिहार में प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशन के बाद तीन वरिष्ठ अधिकारियों को बतौर रोल ऑब्जर्वर तैनात किया गया है। इन तीनों अधिकारियों को राज्य के विभिन्न प्रमंडलों का प्रभार सौंपा गया है, जहां वे मतदाता सूची के निरीक्षण और सुधार कार्य में जुटे हुये हैं। तीनों रोल आब्जर्वर में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भरत खेड़ा और अराधना पटनायक के साथ भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी नजमुल होदा शामिल हैं।
भरत खेड़ा को पूर्णिया, भागलपुर और मुंगेर प्रमंडलों का जिम्मा सौंपा गया है। अराधना पटनायक कोसी, तिरहुत और दरभंगा प्रमंडलों की निगरानी कर रही हैं। वहीं नजमुल होदा को मगध, पटना और सारण प्रमंडल की जिम्मेदारी दी गयी है। ये तीनों अधिकारी अपने- अपने प्रमंडलों में मतदाता केंद्र अधिकारी (बीएलओ), राजनीतिक प्रतिनिधियों और बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) से संवाद कर रहे हैं। साथ ही तकनीकी समस्याओं का समाधान सुझा रहे हैं और मतदाता सूची से जुड़े कार्यों की निगरानी भी कर रहे हैं। इस क्रम में राज्य के 90,712 मतदान केंद्रों पर बीएलओ की ओर से प्रारूप मतदाता सूची से हटाये गये नामों की जानकारी साझा की जा रही है। यह जानकारी उन बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) को दी गयी है जो राजनीतिक दलों द्वारा नामित किये गये हैं। जिन बूथों पर बीएलए अनुपस्थित रहे थे, वहां यह जानकारी स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों को दी गयी है।
बीएलओ प्रारूप मतदाता सूची से हटाये गये नामों को पढ़कर सुना भी रहे हैं और उनसे छूटे हुये मतदाताओं के नाम के आवेदन पत्र भी मांगे जा रहे हैं। आयोग के निर्देशानुसार, मृतक, स्थानांतरित या लंबे समय से अनुपस्थित मतदाताओं से जुड़ी सूचनायें भी एकत्रित की जा रही हैं। चुनाव आयोग ने इस पूरी प्रक्रिया का विडियो साक्ष्य भी जारी किया है, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके और किसी भी अनियमितता से बचा जा सके।