Edited By Harman, Updated: 08 Aug, 2025 08:26 AM

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आगामी 17 अगस्त को बिहार के रोहतास जिले से ‘मतदाता अधिकार यात्रा' की शुरुआत करेंगे। पंद्रह दिन तक चलने वाली यह यात्रा विशेष गहन पुनरीक्षण के जरिये कथित तौर पर मतदाताओं को उनके मताधिकार से वंचित किए जाने के मुद्दे को उजागर...
Voter Adhikar Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आगामी 17 अगस्त को बिहार के रोहतास जिले से ‘मतदाता अधिकार यात्रा' की शुरुआत करेंगे। पंद्रह दिन तक चलने वाली यह यात्रा विशेष गहन पुनरीक्षण के जरिये कथित तौर पर मतदाताओं को उनके मताधिकार से वंचित किए जाने के मुद्दे को उजागर करने के लिये निकाली जाएगी। यह घोषणा बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) अध्यक्ष राजेश कुमार ने की। इस दौरान उनके साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू भी मौजूद थे।
17 अगस्त को रोहतास जिले से करेंगे आगाज
राजेश कुमार ने कहा, “राहुल गांधी 17 अगस्त को रोहतास जिले से यात्रा की शुरुआत करेंगे। इस मौके पर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहेंगे। बिहार में इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव समेत राज्य में ‘इंडिया' गठबंधन के सभी नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि यह यात्रा 15 दिनों तक चलेगी और इसका समापन पटना में होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार, राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेता इस यात्रा में भाग लेने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि अन्य राज्यों में व्यस्तताओं के चलते वे (राहुल और अन्य वरिष्ठ नेता) कुछ समय के लिए राज्य से बाहर भी जा सकते हैं।
महागठबंधन के बड़े नेताओं का होगा जुटान
एक सवाल के जवाब में राजेश कुमार ने कहा, “बिहार में छह दलों का हमारा गठबंधन है और हमारी कोशिश होगी कि यात्रा की शुरुआत के दिन सभी घटक दल एक मंच पर हों। संभव है कि कुछ नेता बाहर से भी आएं। इस मुद्दे पर दिल्ली में राहुल गांधी के आवास पर होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक में चर्चा की जाएगी।” उन्होंने दिल्ली में होने वाली बैठक में बिहार में सीट बंटवारे पर चर्चा की संभावना से भी इनकार किया। उन्होंने कहा, “वह चर्चा पटना में होगी। फिलहाल हमारा मुद्दा यह है कि विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत लाखों लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं, जो जनता के मताधिकार पर सीधा हमला है।”