Edited By Ramanjot, Updated: 16 Jun, 2025 08:43 PM

बिहार के कटिहार जिले में चल रही होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। राजेंद्र स्टेडियम में हो रहे फिजिकल टेस्ट के दौरान दो ऐसे युवक पकड़े गए जो असली अभ्यर्थियों के स्थान पर दौड़ में शामिल होने पहुंचे थे।
कटिहार: बिहार के कटिहार जिले में चल रही होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। राजेंद्र स्टेडियम में हो रहे फिजिकल टेस्ट के दौरान दो ऐसे युवक पकड़े गए जो असली अभ्यर्थियों के स्थान पर दौड़ में शामिल होने पहुंचे थे। बायोमेट्रिक जांच में दोनों की पोल खुल गई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल उन्हें हिरासत में ले लिया।
प्रभारी डीएसपी सद्दाम हुसैन ने मीडिया को बताया कि भर्ती प्रक्रिया में हर दिन बायोमेट्रिक मिलान अनिवार्य रूप से किया जा रहा है ताकि पारदर्शिता बनी रहे। इसी दौरान दो युवकों के कागजात और चेहरों में अंतर नजर आया। जब उनसे पूछताछ की गई तो दोनों ने फर्जी पहचान से टेस्ट देने की बात कबूल की।
पहला मामला मनिहारी निवासी अभ्यर्थी मनोज यादव से जुड़ा है, जिसकी जगह भागलपुर के लोदीपुर निवासी अभिषेक यादव दौड़ में शामिल हुआ था। वहीं, दूसरा मामला मोहना चांदपुर निवासी कुमार अभिषेक का है, जिसकी जगह टीकापट्टी (पूर्णिया) के प्रवीण कुमार ने फिजिकल टेस्ट देने की कोशिश की।
पुलिस अब दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है कि क्या यह महज व्यक्तिगत धोखाधड़ी है या इसके पीछे कोई संगठित गिरोह काम कर रहा है। अगर गिरोह की पुष्टि होती है तो यह मामला और भी गंभीर हो जाएगा।
आपको बता दें कि कटिहार में होमगार्ड बहाली की प्रक्रिया 10 जून से शुरू हुई है और यह 1 जुलाई तक चलेगी। प्रतिदिन बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शारीरिक परीक्षण में भाग ले रहे हैं। प्रशासन ने साफ किया है कि पूरी प्रक्रिया में बायोमेट्रिक जांच, आधार सत्यापन और दस्तावेज मिलान के बिना किसी भी अभ्यर्थी को फाइनल सेलेक्शन नहीं मिलेगा।