Edited By Ramanjot, Updated: 27 Oct, 2022 01:26 PM

प्रशांत किशोर ने यहां से लगभग 300 किलोमीटर दूर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वन अभयारण्य वाल्मीकिनगर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उक्त खुलासा किया। वह दो अक्टूबर से 3500 किलोमीटर की एक पदयात्रा पर हैं। उनका अभियान पूर्ण राजनीतिक दल का स्वरूप ले,...
पटनाः राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने बुधवार को संकेत दिया कि उन्हें बिहार में ‘जन सुराज अभियान' के लिए अपने पूर्व ग्राहकों से वित्तीय सहायता मिल रही है जिनमें से कई अब अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्री हैं।
3500 किमी. की पदयात्रा पर हैं पीके
प्रशांत किशोर ने यहां से लगभग 300 किलोमीटर दूर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वन अभयारण्य वाल्मीकिनगर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उक्त खुलासा किया। वह दो अक्टूबर से 3500 किलोमीटर की एक पदयात्रा पर हैं। उनका अभियान पूर्ण राजनीतिक दल का स्वरूप ले, उससे पूर्व वह अपने गृह राज्य के हर कोने में पहुंचकर लोगों की राय लेना चाहते हैं। किशोर से उनके अभियान के वित्तपोषण के बारे में सवाल किया गया था जो काफी अटकलों का विषय बन गया था।
ललन सिंह ने व्यक्त की थी आशंका
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने आशंका व्यक्त की थी कि शायद आईपैक संस्थापक को भाजपा से वित्तपोषण मिल रहा है। नीतीश कुमार के अचानक राजग छोड़कर महागठबंधन के साथ चले जाने के कारण भाजपा बिहार में सत्ता से बाहर आ गई। जदूय ने किशोर की सेवाएं ली थी। किशोर ने कहा, ‘‘पिछले एक दशक में मैंने कम से कम 10 चुनावों में अपनी सेवाएं दी और एक को छोड़कर सभी में सफल रहा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कम से कम छह लोगों को जीताने में मदद की और वे मुख्यमंत्री हैं। मैंने उनसे पैसे नहीं लिए, हालांकि मीडिया को मुझ पर विश्वास नहीं होगा। लेकिन अब मैं बिहार में जो प्रयोग कर रहा हूं, उसके लिए मैं उनकी मदद मांग रहा हूं।''
बिहार में किसी से एक भी रुपया नहीं लियाः किशोर
किशोर को पहली बार 2014 में उस समय प्रसिद्धि मिली थी जब उन्होंने नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव अभियान का प्रबंधन किया था। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को भारी जीत दिलाने में मदद करने के बाद आईपैक के संस्थापक ने पिछले साल पेशेवर राजनीतिक परामर्श से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की थी। किशोर के अन्य पूर्व ग्राहकों में अमरिंदर सिंह के अलावा अरविंद केजरीवाल, एम के स्टालिन और जगन मोहन रेड्डी हैं। केजरीवाल दिल्ली के, स्टालिन तमिलनाडु के और रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। सिंह को पंजाब में जीत दिलाने में किशोर ने मदद पहुंचाई थी। किशोर ने कहा, ‘‘मैंने बिहार में किसी से एक भी रुपया नहीं लिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘जदयू और राजद (प्रसाद की पार्टी) अपने दम पर कभी भी बिहार नहीं जीत पाए हैं।''