Edited By Ramanjot, Updated: 15 Jul, 2025 07:23 PM

श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि बिहार के युवाओं के समक्ष कृषि के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। यहां के गांव-गांव में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जा सकती है।
पटना:श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि बिहार के युवाओं के समक्ष कृषि के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। यहां के गांव-गांव में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जा सकती है। इसी तरह, कृषि के क्षेत्र में भी कई सकारात्मक तकनीकी बदलाव आए हैं। खेतीबारी के लिए अब ड्रोन का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। हमारे युवा ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण लेकर कृषि के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं। इसके लिए राज्य के सभी आइटीआई संस्थानों में ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
राज्य के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह मंगलवार को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर राजधानी के दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन संस्थान में आयोजित पांच दिवसीय मेगा जॉब फेयर- 2025 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टाटा कंपनी ने चार हजार करोड़ रुपये खर्च करके बिहार में सेंटर ऑफ एक्सिलेन्स की स्थापना करंने का ऐलान किया है। यहां युवाओं को रोबोट संबंधित प्रशिक्षण दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार देश का तीसरा राज्य होगा, जहां स्कील विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है।
यह विश्वविद्यालय बिहार के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करेगा। उन्होंने कहा कि कल केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री के साथ देश के सभी राज्यों के श्रम संसाधन मंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक थी। इस बैठक में कहा गया कि फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में बिहार में अपार संभावनाएं हैं। जिस टूटे हुए चावल को बिहार के किसान अपने पशुओं को खिला देते हैं, उस टूटे हुए चावल से फूड प्रोसेसिंग के माध्यम से राइस चिप्स तैयार किए जा रहे हैं। जबकि बिहार माना इस टूटे हुए चावल को दो रुपये किलो का दाम भी नहीं मिलता है। ऐसे में तो बिहार के गांव-गांव में फूड प्रोसेसिंग की यूनिट लगाई जा सकती है।
इस मौके पर श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें अपने युवाओं को प्रशिक्षित करने के तरीके में बदलाव करना होगा। तभी राज्य में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने मेगा जॉब फेयर में आए युवाओं का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें स्थिरता के साथ कंपनी में अपनी सेवा देने की सलाह दी। आनंद ने कहा कि वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने 15 जुलाई का दिन विश्व युवा कौशल दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी।
इस मौके पर श्रम संसाधन विभाग के विशेष सचिव आलोक कुमार और श्रम आयुक्त राजेश भारती समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे। श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा डिजिटल बिहार में युवाओं के समक्ष रोजगार के कई सुनहरे अवसर उपलब्ध हैं। इस अवसर पर श्रम संसाधन मंत्री ने युवा कौशल रथ को हरी झड़ी दिखाकर राज्य के सुदूर गांवों के लिए रवाना किया।