Edited By Swati Sharma, Updated: 29 Nov, 2024 04:22 PM
बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने विलीन होती परम्पराओं को पुनर्जीवित करने की पहल के लिए डाक विभाग की सराहना की। कुमार ने डाक विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी के दूसरे दिन शुक्रवार को कार्यक्रम का उद्घाटन करने के...
पटना: बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने विलीन होती परम्पराओं को पुनर्जीवित करने की पहल के लिए डाक विभाग की सराहना की। कुमार ने डाक विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी के दूसरे दिन शुक्रवार को कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि वे डाकघर से बहुत करीब से जुड़े हुए है एवं इसकी सुविधाएं वास्तव में इस प्रकार लगती है कि किसी कार्यालय के द्वारा नहीं बल्कि घर की सुविधाएं है।
'विभाग नालंदा के गिलास ब्रिज पर भी डाक टिकट जारी करे'
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि यदि किसी भी नेक कार्य को मन से किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है। विलीन होती परंपराओं को पुन: जीवित करने के लगातार पहल के लिए उन्होंने डाक विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमें अपनी कला को निखारने के लिए बहुत परिश्रम करना चाहिए। कंप्यूटर एवं मोबाइल का प्रयोग केवल आवश्यकता पर ही करना चाहिए, उन्हें अपनी कला पर कभी हावी नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने इच्छा जाहिर की कि विभाग नालंदा के गिलास ब्रिज पर भी डाक टिकट जारी करे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि आचार्य किशोर कुणाल ने भी डाक विभाग के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को सराहा तथा विभाग द्वारा सनातन धर्म की विशेषताओं को प्रमाणिकताओं के साथ आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने प्राचीन वेद और उपनिषद के वर्तमान समय में वैज्ञानिक पहलुओं की भी चर्चा की तथा बताया कि आज विश्व के कई देशों में इन पर लगातार शोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि वेद उपनिषदों के अनेकों रचनाओं का उद्गम हमारा बिहार ही रहा है। गायत्री मंत्र के रचयिता महर्षि विश्वामित्र बिहार के ही है।
इस अवसर पर मनोज कुमार, पोस्टमास्टर जनरल पूर्वी प्रक्षेत्र भागलपुर ने मुख्य अतिथि एवं सभी विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया एवं डाक विभाग के द्वारा आमजनों के लिए दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान वेद और उपनिषद पर विशेष आवरण का अनावरण किया गया।