Edited By Nitika, Updated: 19 May, 2024 08:28 AM
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बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के रंग में पूरी तरह रंग जाने और इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (इंडी...
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के रंग में पूरी तरह रंग जाने और इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (इंडी गठबंधन) के नेता पर महिलाओं का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन नेताओं को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से महिलाओं का सम्मान करना सीखना चाहिए।
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने यहां बयान जारी कर कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अब राजद के रंग में पूरी तरह रंग चुके हैं। घोटाले के आरोप में जेल यात्रा के बाद अपनी एक महिला सांसद को अपने शीशमहल में बुरी तरह पिटवा कर श्री केजरीवाल ने यह साबित कर दिया कि वह पूरी तरह लालू परिवार के शिष्य बन चुके हैं। इंडी गठबंधन के अन्य दलों की तरह महिला सम्मान और सुरक्षा अब उनके लिए भी सिर्फ वक्तव्यों तक सीमित रह गया है।
राजीव रंजन ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) शासित राज्यों की छोटी-छोटी घटनाओं पर गला फाड़ कर चिल्लाने वाले राहुल-तेजस्वी जैसे नेताओं का राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल की घटना पर चुप रहना यह दिखाता है कि इनके मन में महिलाओं के प्रति कोई इज्जत ही नहीं है। वहीं अखिलेश यादव के लिए तो यह कोई मुद्दा ही नहीं है। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की निर्मम घटना पर भी इन नेताओं के दो बोल नहीं फूटे थे और अब इस मुद्दे पर भी इन्होंने मुंह में दही जमा लिया है।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में इंडी गठबंधन की निगाह में महिलाओं की प्रताड़ना कोई मायने नहीं रखती। इनके गठबंधन के हर दल के चेहरे पर इसकी कालिख पुती है। राजद राज में जहां आम जनता तो दूर बड़े अधिकारियों की बहू-बेटियां भी सुरक्षित नहीं थी, वहीं कांग्रेस में तो राहुल-प्रियंका के दफ्तर में ही महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की खबरे आती रहती थी। हकीकत में इनकी निगाह में महिलाएं अभी भी दोयम दर्जे की नागरिक हैं, जिन्हें कोई अधिकार नहीं मिलना चाहिए।
रंजन ने कहा कि वास्तव में इन दलों को महिला सम्मान के विषय में नीतीश कुमार से सीखना चाहिए। इन्हें देखना चाहिए कि कैसे नीतीश कुमार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उनकी शिक्षा से नौकरी तक के व्यापक प्रबंध किए हैं। उन्हें जानना चाहिए कि कैसे आरक्षण के जरिए बिहार आधी आबादी को हक देने वाला देश में पहला राज्य बना। नीतीश कुमार जानते हैं कि महिलाएं पूजनीय होती हैं, विपक्ष को भी यह बात समझ लेनी चाहिए।